आलिया भट्ट की फिल्म ‘जिगरा’ ने रिलीज के 7वें दिन किया कितना कलेक्शन?

आलिया भट्ट की साल 2024 की पहली रिलीज फिल्म ‘जिगरा’ है. इस जेल- ब्रेकर ड्रामा से काफी उम्मीदे थीं लेकिन फिल्म को पहले ही दिन दर्शकों ने नकार दिया था और इसकी ओपनिंग काफी फीकी रही थी. फिल्म को रिलीज हुए एक हफ्ता हो चुका है और इसकी बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट बेहद निराशाजनक है. चलिए यहां जानते हैं ‘जिगरा’ ने रिलीज के सातवें दिन यानी पहले गुरुवार को कितना कलेक्शन किया है?

‘जिगरा’ का रिलीज से पहले स्टार कास्ट ने खूब प्रमोशन किया था. फिल्म के ट्रेलर के बाद तो लग रहा था कि ये बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार ओपनिंग करेगी. दिलचस्प बात ये है कि दशहरा रिलीज में ये सबसे बड़ी हिंदी फिल्म थी लेकिन पूरे हफ्ते ये दर्शकों के लिए सेकंड चॉइस ही रही. हालांकि ‘जिगरा’ में आलिया भट्ट के एक्शन सीन्स की तो खूब तारीफ हो रही है लेकिन फिल्म की कहानी दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचकर लाने में असफल रही है और इसी के साथ इस फिल्म के रिलीज के पहले दिन से लेकर पहले हफ्ते का कलेक्शन काफी निराशाजनक रहा है.

फिल्म की कमाई की बात करें तो ‘जिगरा’ ने रिलीज के पहले दिन 4.55 करोड़, दूसरे दिन 6.55 करोड़, तीसरे दिन 5.5 करोड़, चौथे दिन 1.65 करोड़, पांचवें दिन 1.6 करोड़ और 6ठे दिन 1.35 करोड़ की कमाई की है. वहीं अब फिल्म की रिलीज के सातवें दिन की कमाई के शुरुआती आंकड़े आ गए हैं.

‘जिगरा’ भारत में बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाई है लेकिन ओवरसीज ये फिल्म ठीक ठाक कमाई कर गई है. इंटरनेशनली, जेलब्रेक-ड्रामा ने पहले सप्ताह में लगभग 1.75 मिलियन का अच्छा कारोबार किया है, लेकिन यह अभी भी आलिया भट्ट की फिल्म से उम्मीद से कम है. फिल्म की कमाई की रफ्तार देखते हुए इसके भारत में 30 से 33 करोड़ के लाइफटाइम कलेक्शन में सिमटने की उम्मीद ह

‘जिगरा’ की कहानी की बात करें तो फिल्म में सत्या (आलिया भट्ट) और अंकुर (वेदांग रैना) अनाथ हैं. सत्या, बड़ी होने के नाते, अपने भाई के लिए ज्यादा प्रोटेक्टिव है और उसके लिए माता-पिता की तरह है. वे अपने एक अमीर और पावरफुल रिश्तेदार के साथ रहते हैं. सत्या को कभी ऐसा नहीं लगता कि वह या उसका भाई उनके परिवार का हिस्सा हैं.

अंकुर एक प्रोग्रामर है. सत्या और अंकुर जिस रिश्तेदार के साथ रहते हैं, उसके बेटे कबीर से उसकी अच्छी दोस्ती है, वे एक कमर्शियल आइडिया प्रेजेंट करने के लिए साउथ ईस्ट एशिया के एक आईलैंड हांशी दाओ जाते हैं. एक रात, जब अंकुर और कबीर अपने होटल के कमरे में लौट रहे होते हैं तो उन्हें लोकल पुलिस पकड़ लेती है. कबीर ड्रग्स वाला है लेकिन अंकुर को गलत तरीके से फंसा दिया जाता. अंकुर को आजीवन कारावास की सजा मिलती है. वहीं सत्या अपने भाई को बचाने के लिए किसी भी हद से गुजरने के लिए तैयार रहती है.

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