नई दिल्ली | दिल्ली से लेकर हरियाणा और पंजाब तक किसानों का आंदोलन फैलता जा रहा है. एक ओर किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं तो दूसरी तरफ बुधवार को चंडीगढ़ में यूथ कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया. किसानों ने अभी सरकार की किसी शर्त को मानने से इनकार किया है और गुरुवार को होने वाली बैठक पर निगाहें हैं.
सिंधु बॉर्डर पर किसानों की जल्द बड़ी बैठक होने वाली है, जिसमें आगे की रणनीति पर मंथन होगा. दूसरी ओर बेंगलुरु में सिविल कोर्ट के बाहर वकीलों ने किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया.
हरियाणा के जींद में खाप पंचायतों ने दिल्ली कूच शुरू कर दिया है. पंचायतों का कहना है कि अगर 3 दिसंबर को सरकार से बात नहीं बनती है, तो फिर वो दिल्ली जाने वाले फल, दूध, सब्जियों की सप्लाई बंद कर देंगे. यहां किसान नेता घर घर जाकर लोगों से दिल्ली चलने की अपील कर रहे हैं.
चंडीगढ़ में यूथ कांग्रेस और NSUI ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की डिमांड है कि सीएम को किसानों से माफी मांगनी चाहिए, जिस तरह हरियाणा में किसानों पर बल प्रयोग किया गया है वो गलत है. इस दौरान पुलिस ने यूथ कांग्रेस के लोगों पर पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया.