भोपाल । बीते दिनों के प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को फर्जी तरीके से फोन लगाने वाले विंग कमांडर की एयरफोर्स की टीम ने जांच शुरु कर दी है। विग कमांडर ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बनकर राज्यपाल से अपने मित्र को कुलपति बनाने की सिफारिश की थी। मामले में एयर फोर्स की एक टीम भोपाल आई थी, जिसने मध्य प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) से वाघेला के खिलाफ दर्ज एफआईआर, गिरफ्तारी और अन्य जानकारियां जुटाईं। वहीं, एसटीएफ द्वारा मामले के दोनों आरोपितों से किसी दूसरे सरकारी अधिकारी या मंत्री को इस तरह के फर्जी सिफारिश फोन कर काम करवाने को लेकर भी पूछताछ की जा रही है। बताया जाता है कि राज्यपाल के साथ धोखाधड़ी करने की कोशिश करने वाले विंग कमांडर वाघेला तथा डेंटल सर्जन डॉ. चंद्रेश कुमार शुक्ला से एसटीएफ द्वारा इसी तरह की दूसरी किसी धोखाधड़ी के बारे में भी पूछताछ की जा रही है। दोनों आरोपितों से एसटीएफ ने पूछा है कि उन्होंने इसके पहले किसी दूसरे मंत्री या अधिकारी से अमित शाह या अन्य किसी केंद्रीय मंत्री या राज्य सरकार के किसी मंत्री का नाम लेकर सिफारिशी फोन तो नहीं किया। मगर दोनों आरोपितों ने इससे इनकार कर दिया है। एसटीएफ द्वारा इस पर और विस्तृत जांच की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक विंग कमांडर कुलदीप वाघेला के पकड़े जाने के बाद एयर फोर्स की टीम शनिवार को भोपाल आई थी। टीम ने एसटीएफ से वाघेला के खिलाफ सबूतों की जानकारी ली है। इसके आधार पर वाघेला की रिपोर्ट एयर फोर्स के वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी जाएगी। उसके आधार पर ही वाघेला के खिलाफ वायुसेना की कार्रवाई तय की जाएगी।