बजट 2020-21 प्रमुख बातें

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मैं इस बजट को दो अत्याधुनिक विकास की पृष्ठभूमि में पेश करना चाहती हूं, बजट के तीन महत्वूण विषय हैं, महत्वाकांक्षी भारत, सबके लिए आर्थिक विकास, हमारा संरक्षित समाज।
वित्त मंत्री ने बजट भाषण के दौरान पंडित दीनानाथ कौल की कश्मीरी कविता पढ़ी –
हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसे,
हमारा वतन डल में खिलते हुए कमल जैसा,
नवजवनों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन तेरा वतन,
हमारा वतन, दुनिया का सबसे प्यारा वतन।

– पंप सेट को सौर ऊर्जा से जोड़ने का प्रयास, 20 लाख किसानों को सोलर प्लांट दिए जाएंगे।
– पानी की समस्या से जूझ रहे 100 जिलों के लिए व्यापाक उपाय किए जाने का प्रस्ताव।
– पानी की कमी से संबंधित मुद्दे अब देशभर में गंभीर चिंता का विषय।
– कृषि को प्रतिस्पर्धात्मक बनाकर किसानों की उन्नति सुनिश्चित की जा सकती है।
– हमारी सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है।
– समुद्री इलाकों के किसानों के लिए, फिश उत्पादन का लक्ष्य 208 मिलियन टन, 3077 सागर मित्र बनाए जाएंगे. तटवर्ती इलाकों के युवाओं को रोजगार मिलेगा।
– उन राज्यों को प्रोत्साहित किया जाएगा जो केंद्र के मॉडल लॉ को मानेंगे।
– पानी की कमी की समस्या. 100 ऐसे जिलों के लिए व्यापक प्रयास किए जाएंगे।
– 162 मिलियन टन के भंडारण की क्षमता है. नाबार्ड इसे जीयोटैग करेगा. नए बनाए जाएंगे।
— फिनांसिंग ऑन निगोशिएबल वेयर हाउसिंग स्कीम-मजबूत बनाएंगे।
– अन्नदाता ऊर्जादाता भी है. पीएमकुसुम स्कीम से फायदा हुआ है. अब हम 20 लाख किसानों को सोलर पंप देंगे।
– 15 लाख किसानों को ग्रिड कनेक्टेड पंपसेट से जोड़ा जाएगा।
– 162 मिलियन टन के भंडारण की क्षमता है. नाबार्ड इसे जीयोटैग करेगा. नए बनाए जाएंगे. ब्लॉक और ताल्लुक के स्तर पर बनेंगे।
– राज्य सरकार – जमीन देसकती है. एफसीआई अपनी जमीन पर भी बना सकती है।
– मिल्क, मीट, फिश को प्रीजर्व के लिए किसान रेल बनेगा।
– कृषि उड़ान लांच किया जाएगा। ये प्लेन कृषि मंत्रालय की तरफ से चलेंगे।
– 311 मिलियन टन के साथ ये अन्न उत्पादन के आगे निकल चुका है।
– हम राज्यों को मदद करेंगे। वन प्रॉडक्ट वन डिस्ट्रिक्ट का स्कीम बनाएंगे।
– संचयित इलाकों में नेचुरल फार्मिंग- जैविक खेती के लिए पोर्टल, ऑनलाइन मार्केट मजबूत बनाया जाएगा।

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