मुंबई । दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया और एयरटेल को और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जानकारी के मुताबिक दूरसंचार कंपनियों पर अजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) की बकाया रकम का बोझ और बढ़ सकता है। दूरसंचार विभाग (डीओटी) अब वित्तीय वर्ष 2018 और 2019 के लिए भी बकाया रकम का हिसाब कर रहा है। लाइसेंस फीस, इंटरेस्ट और पेनल्टी के तौर पर 92,642 करोड़ रुपए का एजीआर बकाया रकम वित्तीय वर्ष 2017 तक का है। हालांकि 70,869 करोड़ रुपए का बकाया स्पेक्ट्रम यूसेज चार्ज इस वर्ष जनवरी तक का है। जानकारी मिली है कि एजीआर की बकाया रकम 2016-17 तक को जोड़ा गया है। अब हम इसके बाद की अवधि के लिए ब्याज और जुर्माने सहित बकाया राशि का आकलन कर रहे हैं। विभाग से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि आशंका व्यक्त की जा रही है वित्तीय वर्ष 2019 तक के नए कैलकुलेशन से एजीआर की बकाया रकम 40 फीसदी तक बढ़ सकती है।