दुर्ग। निगम आयुक्त हरेश मंडावी द्वारा आज निगम की राजस्व वसूली को लेकर राजस्व विभाग, स्पैरो साॅफटेक कंपनी और भवन शाखा अधिकारियों की बैठक लेकर संपत्तिकर की समीक्षा की । उन्होंने कहा सभी राजस्व निरीक्षकों को टैक्स वसूली का लक्ष्य निर्धारित किये । उन्होंने हर हाल में डिमांड के तहत् 12 करोड़ राजस्व वसूली करने के कड़े निर्देश दिये । उन्होंने कहा राजस्व निरीक्षकों, स्पैरो कंपनी और भवन निरीक्षकों, तीनों मिलकर डिमांड की स्व-विवरणी और असिसमेंट का कार्य मिलकर करें । बैठक में सहा0 भवन अधिकारी गिरीश दीवान, भवन निरीक्षण विनोद मांझी, राजस्व अधिकारी आर0के0 बंजारे, स्पैरो कंपनी के मैनेजर राहुल अंकुर, अविनाश सिंह, तथा निगम के सभी राजस्व निरीक्षकगण उपस्थित थे ।
होटल, काम्पलेक्स, एवं समस्त व्यवसायिक परिसरों को सूचीबद्ध करें-
आयुक्त मंडावी ने वार्ड क्रं0 1 से 60 तक की वार्डवार संपत्तिकरों की डिमांड और उसकी वसूली की जानकारी ली । उन्होंने कहा शहर का निरंतर विस्तार हो रहा है जगह-जगह लोग मकान के साथ ही दुकान, काम्पलेक्स का निर्माण कर उसका व्यवसायिक उपयोग कर रहे हैं । सभी राजस्व निरीक्षक अपने-अपने वार्ड के एैसे व्यवसायिक परिसरों को सूचीबद्ध करें । जिसके बाद उन व्यवसायिक परिसरों के संपत्तिकरों का नापजोख व असिसमेंट कर टैक्स की वसूली करें ।
संपत्तियों का नये सिरे से होगा असेसमेंट और बकायादारों की होगी संपत्ति कुर्कं-
समीक्षा बैठक में आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित कर कहा कि गलत स्वविवरणी भरने वालों पर कार्यवाही करें। इसके साथ जहाॅ इस प्रकार की स्थिति मिले वहाॅ का नये सिरे से असेसमेंट अवश्य करें । जिन बकायादारों के द्वारा संपत्तिकर जमा नहीं किया जा रहा है ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके संपत्तियों को कुर्क करने की कार्यवाही करें ।
टैक्स से छूटे मकानों को चिन्हित करें-
आयुक्त मंडावी ने समीक्षा बैठक में कहा कि निगम की राजस्व वसूली का प्रतिशत बहुत कम है। इस कार्य को मिलकर करना होगा । स्पैरो कंपनी और निगम की टीम अपने-अपने वार्डो में एैसे करदाताओं को चिन्हित करें। उनके मकान, दुकान का असिसमेंट कर डिमांड तैयार कर लागू करें । उन्होंने कहा प्रतिवर्ष करदाताओं से स्वविवरणी भरवाया जाता है अतः किसी भी करदाताओं का स्वविवरणी बिना सत्यापित व परीक्षण के टैक्स की वसूली न करें । सत्यापित करने के बाद ही वसूली किया जावे ।
बड़े, पुराने बकायादारों की सूची तैयार करें, बिना नामान्तरण के स्वामित्व में परिर्वतन न हो-
समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि मेरे संज्ञान में आया है कि पूरे 60 वार्डो में बड़े-बड़े संपत्तिकरदाता बकायादार हैं जिन्होंने लम्बे समय से संपत्तिकर जमा नहीं हुआ है। एैसे लोगों की सूची तैयार करें । इसके अलावा नामान्तरण प्रकरण में अच्छे से परीक्षण उपरान्त ही स्वामित्व परिर्वतन के लिए प्रकरण प्रस्तुत किया जावे । बिना नामान्तरण शुल्क के स्वामित्व परिर्वतन का प्रकरण प्रस्तुत न करेें ।
सहा0भवन अधिकारी, निरीक्षण करेगें माॅनिटरिंग, रैण्डम जांच भी की जाएगी-
समीक्षा बैठक में आयुक्त ने राजस्व कर्मचारियों, स्पैरो कंपनी के अधिकारियों, भवन अधिकारियों को निर्देशित कर कहा कि आप लोगों के द्वारा किये गये कार्यो की माॅनिटरिंग भवन शाखा के अधिकारियों द्वारा किया जावेगा। इसके अलावा मेरे द्वारा कभी भी स्व-विवरणी, असेसमेंट और संपत्तिकर स्थलों का रैण्डम जांच किया जाएगा। उन्होंने कहा किसी के भी द्वारा लापरवाही करने, व छेड़छाड़ करने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी । उन्होंने कहा किसी के कहने पर भी कोई गलत काम न करें । कोई भी शिकायत न हो इसका ध्यान रखें । किसी भी प्रकार की समस्या आने पर भवन शाखा अधिकारियों से संपर्क करें और मुझे भी अवगत करायें। बैठक में योगेश सूरे, चंदन मनहरे, गौकरण सोनी, राजू चंद्राकर, नारायण यादव, निर्मल चंद्राकर, मनोज मनहरे, लवकुश शर्मा, थानसिंग यादव सहित समस्त राजस्व निरीक्षक उपस्थित थे ।