राजनांदगांव। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप और प्रदेश सरकार द्वारा जनहित में उठाए गए कदम को देखते हुए जिला पंचायत संचार एवं संकर्म के सभापति अशोक देवांगन ने अपने तीन माह का वेतन प्रधानमंत्री सहायता कोष में दान करने की घोषणा की है। इस आशय का एक पत्र बुधवार को ही जिलाधीश जयप्रकाश मौर्य प्रेषित किया गया है। सभापति अशोक देवांगन ने कहा कि कोरोना से जंग के लिए जनसहभागिता से अभिनव पहल करने की जरूरत है। आज का समय समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारियों को समझने तथा इस महामारी के खिलाफ मिलकर लड़ने का है। इसी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए सभापति अशोक देवांगन ने अपने तीन माह का वेतन प्रधानमंत्री सहायता कोष में दान करने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने लोगों से कोरोना से जंग में मदद के लिए आगे आने का आव्हान किया। श्री देवांगन ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए जारी दिशा-निर्देर्शों का पालन करते हुए लॉकडाउन को सफल बनाने प्रत्येक नागरिकों को सहयोग करना होगा। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे उपाय प्रशंसनीय है और लोगों को भी इसमें शामिल होकर सहयोग करना होगा। गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसे लेकर सरकार ने लॉकडाउन करते हुए गाइडलाइन जारी किया है। श्री देवांगन ने कहा कि कोरोना वायरस से सावधानी बरतकर बचा सकता है। इसलिए सभी सतर्क रहे और सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचे। ऐहतियात के तौर पर जितना कम हो सके, उतना कम बाहरी संपर्क में रहें। भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचे। आज कोरोना के कहर से सारी मानव जाति खतरे में है, जिसमें हम भारतवासी और छत्तीसगढ़ की जनता भी शामिल हैं, जिसे देखते हुए अशोक देवांगन ने अपनी उदारता और मानवता का परिचय देते हुए अपनी तीन माह का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष में देने की घोषणा की है। इसी तरह की मानवता का परिचय छत्तीसगढ़ सहित देश के सभी पार्षदों व जनप्रतिनिधियों को भी देना चाहिए और कम से कम एक माह का वेतन मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री सहायता कोष में जमा करवाना चाहिए, जिससे लाकडॉऊन के दौरान आर्थिक समस्या से जूझ रहे गरीब मजदूर परिवारों की मदद की जा सके और कोरोना की समस्या से निपटा जा सके।