बड़ा सवाल नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के बाबजूद आख़िर जगदलपुर से रायपुर तक कैंसे पहुचा गांजा
-बिना चेकिंग जगदलपुर,कांकेर धमतरी जिलों की सीमा कैंसे पार होकर आ गई तस्करों की कार
-क्या राजधानी के अलावा अन्य जिलों की पुलिस सो रही थी
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के विधानसभा थाना की पुलिस ने एक बार फिर जिला पुलिस का मान सम्मान बढाने लायक काम करते हुए चार गांजा तस्करों से भारी मात्रा में गांजा जप्त किया है जिसकी कीमत करीब साढ़े सात लाख रुपये बताई जाती है राजधानी रायपुर जिले की पुलिस की इस सक्रियता के बाबजूद बड़ा सवाल अन्य जिलों की पुलिस की कार्यशैली को लेकर उठ रहा है कि नक्सल प्रभावित जगदलपुर से रास्ते मे पड़ने वाले कांकेर धमतरी आदि जिलों की सीमा पार कर आआख़िर तस्करों की कार रायपुर तक कैंसे पहुच गई क्या अन्य जिलों की पुलिस सो रही थी।
*घेराबंदी कर पकड़ा*
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के विधानसभा थाना पुलिस ने सकरी के समीप चार पहिया वाहन में गांजा तस्करी करते हुए 4 युवकों को गिरफ्तार किया गया एवं उस कार को भी जप्त किया है जिसमे गांजा की तस्करी जगदलपुर से बिलासपुर के लिए की जा रही थी।
दरअसल सायबर सेल की टीम को सूचना मिली थी, कि कुछ व्यक्ति चारपहिया वाहन में गांजा रखकर विधानसभा की ओर जा रहे है। जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर तारकेश्वर पटेल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी द्वारा प्रभारी सायबर सेल एवं थाना प्रभारी विधानसभा को गांजा तस्करों को गांजा के साथ पकड़ने आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये प्रभारी सायबर सेल के नेतृत्व में सायबर सेल एवं थाना विधानसभा की संयुक्त टीम द्वारा मुखबीर द्वारा बताये वाहन को पकड़ने हेतु ट्रैप पार्टी लगाकर वाहन की पतासाजी कर वाहन को चिन्हांकित करने के प्रयास किये जा रहे थे इसी दौरान टीम के सदस्यों द्वारा वाहन को थाना विधानसभा क्षेत्रांतर्गत ग्राम सकरी स्थित नहर पुलिया के पास आता देख चिन्हांकित कर टीम के सदस्यों द्वारा वाहन को रूकवाने का प्रयास किया गया, परंतु वाहन के चालक द्वारा वाहन न रोकते हुये और भी तेज गति से चलाकर भागने का प्रयास करने लगा, जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा अपने वाहन से आरोपियों के वाहन का पीछा व घेराबंदी करते हुये अंततः वाहन एवं उसमें सवार व्यक्तियों को पकड़ने में सफलता मिली। वाहन के अंदर कुल 04 व्यक्ति सवार थे जिनसे पूछताछ करने पर अपना नाम राकेश राठौर, संजय वर्मा, कृष्णा साहू एवं धनंजय वर्मा होना बताये।
,*तलाशी में निकला भारी गांजा*
पुलिस की टीम के सदस्यों द्वारा वाहन की तलाशी लेने पर वाहन में प्लास्टिक की अलग – अलग पैकेटों में मादक पदार्थ गांजा रखा होना पाया गया। जिस पर आरोपियों के कब्जे से प्लास्टिक की अलग – अलग 19 पैकेटों में रखें कुल 91 किलो 590 ग्राम गांजा कीमती 7,32,720/- रूपये एवं गांजा तस्करी में प्रयुक्त स्विफ्ट डिजायर वाहन क्रमांक सी जी/04/एल ई/0585 कीमती 5,00,000/- रूपये जुमला कीमती लगभग 12,32,720/- रूपये जप्त किया गया।
*पूंछताछ में बताए तस्करों ने अपने नाम*
पूछताछ में आरोपियों द्वारा गांजा को जगदलपुर से लाकर बिलासपुर ले जाना बताया गया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध थाना विधानसभा में अपराध क्रमांक 369/21 धारा 20(सी) नारकोटिक्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर अग्रिम कार्यवाही किया गया।
गिरफ्तार आरोपी – 01. राकेश राठौर पिता सुंदर लाल राठौर उम्र 25 साल निवासी ग्राम गिरवर गौरेला जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही। 02. संजय वर्मा पिता स्व0 बालमुकुंद वर्मा उम्र 29 साल निवासी आमासिवनी थाना विधानसभा रायपुर। 03. कृष्णा साहू पिता थानूराम साहू उम्र 27 साल निवासी आमासिवनी थाना विधानसभा रायपुर। 04. धनंजय वर्मा पिता बालेश्वर वर्मा उम्र 22 साल निवासी आमासिवनी थाना विधानसभा रायपुर का निवासी होना बताया।
*क्या सो रही थी अन्य जिलों की पुलिस*
जगदलपुर बस्तर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में आते हैं बाबजूद इसके वहां से वाहनों में क्या आ रहा है और यहां से क्या जा रहा है शायद इसकी जांच ही नही होती तभी तो एक कार में इतना भारी मात्रा में गांजा जगदलपुर से राजधानी रायपुर तक बड़ी आसानी से पहुच गया यदि ऐंसा न होता तो यह गांजा से भरी कार जगदलपुर की भी सीमा पार नही कर पाती जगदलपुर के बाद कोंडागांव चारामा कांकेर धमतरी आदि ओर भी प्रमुख स्थान रास्ते मे पड़ते हैं क्या वहां वाहनों की चेकिंग नही होती और यदि इसकी जगह किसी अन्य रास्ते से भी इतनी मात्रा में मादक पदार्थ आया तो क्या कहीं रास्ते मे पुलिस थाना नही पड़ते बड़ा सवाल यही की आख़िर जगदलपुर से बिलासपुर के लिए कार में इतनी भारी मात्रा में गांजा रायपुर तक कैंसे पहुच गया ।