दुर्ग / जिले में कोविड-टीकाकरण के प्रथम डोज को शत् प्रतिशत पूरा करने के लिए फ्रंट लाइन वर्कर मितानिन डोर-टू-डोर सर्वे भी आरंभ करेंगी। शहरी क्षेत्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जाएगा। शहर से लेकर गांव तक वार्डों में घूम-घूम कर 2,300 से अधिक मितानिन की मदद से कोविड वैक्सीन से छूटे हुए लोगों को प्रथम व दूसरी डोज लगवाने को हितग्राहियों को प्रेरित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त मितानिन द्वारा टीकाकरण से छूटे हुए लोगों की पहचान कर लाइन लिस्टिंग भी की जाएगी।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीबीएस बंजारे ने बताया, “21 अक्टूबर से विशेष टीकाकरण अभियान शुरु किया गया है। इसके तहत 28 अक्टूबर तक 15.26 लाख हितग्राहियों ने कोविड का टीका लगवा लिया है। डॉ. बंजारे ने बताया, जिले के 10.08 लाख लोगों ने प्रथम और 5.18 लाख लोगों ने दूसरी डोज का टीका लगवाया है। विशेष टीकाकरण अभियान में 21 से 28 अक्टूबर तक 8 दिनों में 51,489 हितग्राहियों ने टीके लगवाए हैं। वहीँ इस अभियान के तहत ग्रामीण इलाकों में 26,700 और शहरी इलाकों में 24,789 हितग्राहियों ने टीकाकरण केंद्र में जाकर टीके लगवाए हैं।“
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बंजारे ने बताया, “जिले में वैक्सीन की कोई कमी नहीं हैं कोल्ड चैन में कोविड टीके लगभग 1.5 लाख डोज स्टॉक में उपलब्ध हैं। 31 अक्टूबर तक 2.5 लाख लोगों को प्रथम चरण का टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था। इसलिए टीकाकरण केंद्रों तक लोगों को लाने को स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और मितानिन की मदद ली जा रही है। शहरी क्षेत्रों में भी डोर-टू-डोर सर्वे करने एवं वेरिफिकेशन के लिए नगर निगम प्रशासन से भी सहयोग लिया जायेगा ताकि जिले के 12.44 लाख लोगों का शत् प्रतिशत टीकाकरण किया जा सके। जिले के 2.36 लाख छूटे हुए लोगों को टीकाकरण केंद्रों तक लाकर अब नवंबर माह में लक्ष्य पूरा होने की संभावना बन रही है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी ब्लॉकों में लाइन लिस्टिंग के माध्यम से कालिंग की जाएगी और उन्हें उनके निकटतम टीकाकरण केंद्रों पर बुलाया जाएगा। डॉ. बंजारे ने उम्मीद जताई कि त्योहारी सीजन के बाद दूसरी डोज के टीकाकरण का अभियान रफ्तार पकड़ेगा। उन्होंने अपील की है कि पहले टीके के बाद 84 दिन की अवधि पूरा कर चुके सभी लाभार्थी दूसरा टीका लगवाने के लिए आगे आएं और कोरोना वायरस से सुरक्षा पाएं। बिना दूसरी डोज लगवाए सुरक्षा चक्र पूरा नहीं होगा।“