-शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं के क्रियान्वयन में कोई चुक न करें- कलेक्टर
दुर्ग / कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने आज जनपद पंचायत के सभागार में दुर्ग विकासखण्ड के अधिकारियों की बैठक लेकर शासन की विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं के क्रियान्वयन एवं जमीनी स्तर पर इसके परिणाम की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा ग्रामीण विकास को प्राथमिकता में लेते हुए अनेक महत्वकांक्षी योजना संचालित की जा रही है। इसका सही क्रियान्वयन होने पर ही सार्थक परिणाम निकलेंगे। शासन की मंशा अनुसार गांव के विकास की अवधारणा को मूर्तरूप देने के लिए सभी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन होना आवश्यक है। उन्होंने बैठक में स्पष्ट किया कि सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को समझे और योजनाओं के सार्थक परिणाम के लिए कार्य करें। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को हिदायत भी दिया कि योजना में लापरवाही या सार्थक परिणाम नहीं आने की दशा में कार्रवाई के लिए भी तैयार रहें।
कलेक्टर ने गौठान योजना अंतर्गत सभी गौठानों में पशु शेड, पानी की व्यवस्था, वर्मी टैंक अनिवार्यरूप से बनाने कहा। साथ ही वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने और इसके विक्रय की कार्यवाही पर जोर दिया। महिला समूहों का विविध रोजगार मुलक प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए भी आवश्यक कदम उठाने कहा। उन्होंने समूहों को मुर्गी पालन, बकरी पालन, सब्जी उत्पादन, गोबर से अन्य उत्पादों के निर्माण के लिए प्रोत्साहित करने पर अधिकारियों को कार्यवाही करने कहा गया।
राज्य शासन की मंशानुसार धान की जगह अन्य फसल लेने पर राजीव गांधी किसान न्याय योजना अंतर्गत दिया जाने वाला प्रोत्साहन राशि के संबंध में किसानों को जानकारी देने और अन्य फसल लेने के लिए प्रोत्साहित करने कहा। वर्तमान में उतेरा फसल जैसे तिवरा, अलसी, मसूर, मूंग की फसल लेने के लिए किसानों को प्रेरित किया जावें। उद्यानिकी विभाग को किसानों से संपर्क कर सब्जी उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने एवं आवश्यक बीज कीट का वितरण सुनिश्चित करने कहा। अभी वर्तमान में धान कटाई को ध्यान में रखते हुए किसानों को गौठान के लिए पैरा दान करने एवं किसी भी दशा में कोई भी किसान पैरा न जलाये इसके लिए भी किसानों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि विकासखण्ड की सभी ग्रामों में पानी टंकी का निर्माण समयबद्ध कर लिया जाए। पानी टंकी निर्माण के कार्य में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने कहा गया। उन्होंने शिक्षा विभाग की समीक्षा में कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण लंबे समय से स्कूल बंद होने से स्कूली छात्र -छात्राओं की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई है। इसके लिए स्कूलों में एस्ट्रा क्लास लगाकर अध्यापन कराये। बैठक में उन्होंने भवन विहीन शाला एवं जर्जर शालाओं की भी जानकारी ली। संधारणयुक्त शाला का अविलंब रिनोवेशन का कार्य पूर्ण करने एवं जर्जर भवन की जगह पर नवीन भवन का प्रस्ताव बनाने कहा है।