लंदन। ग्रीन टी पीने से कोलेस्ट्रोल कम करने में मदद मिलती है। सेहत विशेषज्ञों की मानें तो एक दिन में दो कप ग्रीन टी पीने से सेहतमंद रहा जा सकता है। इसे सबसे प्राचीन पेय पदार्थ माना जाता है। माना कि ग्रीन टी के कई फायदे होते हैं, लेकिन हर दूसरी चीज की तरह इसके भी कुछ नुकसान हैं। जी हां, कुछ लोगों के लिए ग्रीन टी फायदे नहीं बल्कि नुकसान का कारण होती है। आइए जानते हैं कैसे:-अगर अत्यधिक मात्रा में ग्रीन टी का सेवन कर लिया जाए तो इससे कुछ परेशानियां हो सकती हैं। वहीं, कुछ प्रकार के विकारों और बीमारियों से ग्रस्त लोगों को ग्रीन टी के कारण दिक्कतें हो सकती हैं। ग्रीन टी में मौजूद टैनिन पेट में एसिड को बढ़ा देता है जिससे पेट दर्द, जी मतली या कब्ज हो सकती है। इसलिए खाली पेट ग्रीन टी नहीं पीनी चाहिए। खाने के बाद या खाने के बीच में ग्रीन टी पी सकते हैं। पेप्टिक अल्सर या एसिड रिफलक्स से ग्रस्त लोगों के लिए ग्रीन टी सहीं नहीं है।
ऐसा माना जाता है कि ग्रीन टी खाद्य पदार्थों से आयरन के अवशोषण को घटा देती है। अधिक खुराक में ग्रीन टी लेना घातक हो सकता है। ग्रीन टी नॉन-हीम आयरन की जैव-विविधता को कम सकती है। वर्ष 2001 में हुई एक स्टडी की रिपोर्ट के अनुसार ग्रीन टी का अर्क 25 फीसदी नॉन हीम के अवशोषण को घटा देती है। नॉन हीम आयरन अंडों, दूध से बनी चीजों और पौधों से मिलने वाले खाद्य पदार्थों जैसे कि बींस आदि में होता है। इसलिए इन चीजों के सेवन के साथ ग्रीन टी पीने से आयरन का अवशोषण कम हो सकता है। ग्रीन टी में कैफीन, कैटेचिन और टैनिन एसिड होता है। ये तीनों पदार्थ प्रेग्नेंसी में जोखिम को बढ़ा देते हैं। अगर आप गर्भवती हैं या दूध पिलाती हैं तो दिनभर में दो कप से ज्यादा ग्रीन टी पीना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। दो कप से ज्यादा ग्रीन टी पीने से मिसकैरेज और अन्य तरह के जोखिम बढ़ जाते हैं। वहीं दूध में मिलकर कैफीन आपके बच्चे को भी नुकसान पहुंचा सकता है।इतनी मात्रा में ग्रीन टी लेने से ही 200 मि.ग्रा कैफीन मिलता है। अगर आपमें आयरन की कमी है या आपको एनीमिया है तो ग्रीन टी पीने की गलती न करें।