दुनिया इस समय भय के माहौल में जी रही है। कारण यह है कि वेरिएंट आफ कंसर्न यानी ओमिक्रोन (Omicron) ने दस्तक दी है। दक्षिण अफ्रीका और कई अन्य देशों में ओमिक्रोन वेरिएंट देखे गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस वेरिएंट को लेकर चेतावनी दी है। वहीं, तमाम देशों ने यात्रा बैन भी लगा दिए हैं। इस बीच जापान में ओमिक्रोन का पहला मामला दर्ज हुआ है। Kyodo समाचार एजेंसी ने मंगलवार को अज्ञात सरकारी सूत्रों के हवाले से खबर दी कि जापान में ओमिक्रोन संस्करण के पहले मामले की पुष्टि हो चुकी है।
उधर, भारत के लिए फिलहाल राहत की खबर है, चूंकि देश में कोई भी B.1.1.529 यानी ओमिक्रोन का मामला अभी तक नहीं दर्ज हुआ है। इस बात की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री ने दी। राज्यसभा में बोलते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. मनसुख मांडविया ने कहा, ‘भारत में अब तक COVID-19 के ओमिक्रोन वेरिएंट का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।’
उन्होंने कहा, ‘यह नया वेरिएंट ओमिक्रोन 14 देशों में पाया गया है। भारत में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है। हम हर संभव सावधानी बरत रहे हैं और जीनोम सीक्वेंसिंग भी कर रहे हैं।’
वहीं, 14 नवंबर से मुंबई (महाराष्ट्र) से सटे ठाणे शहर में दक्षिण अफ्रीका से सात लोग पहुंचे हैं और उन सभी का परीक्षण कोरोना वायरस के नए ‘ओमिक्रोन’ संस्करण पर चिंताओं के मद्देनजर किया गया था।
नगर निगम के अधिकारियों ने मंगलवार को यह बात कही।
बता दें कि भारत ने अपनी 83.4 प्रतिशत वयस्क आबादी को कम से कम एक खुराक और 47.1 प्रतिशत पात्र आबादी को कोविड वैक्सीन की दोनों खुराकों के साथ टीका लगा दिया है।
इसके अलावा इस नए वेरीयंट को लेकर भारत के सभी राज्य सर्तक हैं। दिल्ली सरकार ने सोमवार को एक आदेश जारी किया जिसमें कहा गया कि लोक नायक अस्पताल में ऐसे किसी भी व्यक्ति के इलाज और आइसोलेशन के लिए समर्पित अस्पताल नामित किया गया है, जो कोरोना वायरस के ओमिक्रोन के लिए सकारात्मक परीक्षण करता है।