वर्षों से हम सब के घरों में मौसमी फल और सब्जियां एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही हैं। खासकर सर्दी के दिनों में कहा जाता रहा है कि यह मौसम सेहत बनाने का होता है। गर्मियों और बारिश में जहां सब्जियों के विकल्प सीमित हो जाते हैं, सर्दियां सब्जियों और सलाद के लिए शानदार चीजें उपलब्ध करवाती हैं। उस पर अब कोरोना जैसी समस्या के आने के बाद से सभी को यह समझ आ गया है कि सेहत पर ध्यान दिया जाना बहुत जरूरी है। इसके लिए बाकी सारी चीजों के साथ ही खान-पान पर भी खास ध्यान दिया जाने लगा है। सर्दियां अपने साथ लाती हैं ढेर सारी हरी सब्जियां, फल और गुड़, तिल, सूखे मेवों की सौगात। गाजर भी इन्हीं सौगात में से एक है।
तमाम गुणों से भरपूर गाजर को चाहे सलाद की तरह खाएं, इसकी सब्जी बनाएं या हलवा बनाकर मुंह मीठा करें, यह कई तरह से फायदे देती है। तो अगर इस मौसम में पाना है भरपूर पोषण और बनाना है अपनी इम्युनिटी को और मजबूत, तो गाजर का सेवन आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प हो सकता है।
बेहद फायदेमंद होता है गाजर का सेवन
वैसे तो आजकल गाजर हर मौसम में मिलती हैं, पर सर्दी के मौसम में आती हैं गुलाबी या लाल गाजर। सर्दी में आने वाली लाल-गुलाबी गाजरों में मीठापन और एंटीऑक्सीडेंट पिगमेंट्स या बीटा कैरोटीन ज्यादा होता है। इस लिहाज से ये गाजरें ज्यादा पोषण वाली होती हैं।
डायबिटीज रोगी भी खा सकते हें गाजर
गाजर खान के फायदे:
इम्युनिटी के लिहाज से तो गाजर एक अच्छा खाद्य है ही, इनके सेवन से अन्य कई फायदे भी होते है |ये डायबिटीज के नियंत्रण में रखने में मदद कर सकती हैं। गाजर में भरपूर मात्रा में फाइबर और पानी होता है। इसलिए इन्हें खाने पर पेट भरा होने का एहसास होता है जिससे एक्स्ट्रा कैलोरीज खाने से आप बच जाते हैं। गाजर बीटा कैरोटीन और विटामिन ए का भी बहुत अच्छा स्रोत हैं और यह भी शरीर में शुगर के स्तर को संतुलित करने में मददगार होती है। गाजर में मौजूद कैल्शियम और विटामिन-के हड्डियों के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। ये हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। गाजर के एंटीऑक्सीडेंट्स ह्रदय रोग से लेकर कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों की खतरे को कम करने में भी भूमिका निभाते हैं।
गाजर बढ़ाता है आंखों की रोशनी
गाजर का नियमित और संतुलित सेवन आंखों की रोशनी को दुरुस्त बनाए रखता है। साथ ही इसमें मौजूद पोटेशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। गाजर वजन घटाने से लेकर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने तक में मदद करती है। इसमें मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में सहायता करता है और इससे पेट सम्बन्धी समस्याओं में भी राहत मिल सकती है।
गाजर का सेवन संतुलित मात्रा में करें। दिनभर के भोजन में कभी भी या नाश्ते में आप इसे शामिल कर सकते हैं। इसे चुकंदर के साथ मिलाकर सूप भी बना सकते हैं। बस कोशिश करें कि ये आपके रूटीन का जरूरी हिस्सा बने।