झाबुआ . नए साल के पहले दिन झाबुआ में पुलिसकर्मियों ने जमकर हंगामा किया। मामला जिले के रायपुरिया का है। शनिवार शाम 7 बजे के आसपास थाना प्रभारी अनिल बामनिया और एएसआई अजीतसिंह ने खूब हंगामा किया। दोनों नशे में थे और बाजार में लोगों को बेवजह पीट रहे थे। उन्होंने पहले तो लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इससे गुस्से में आए लोगों ने भी टीआई की पिटाई कर दी। बाद में दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है।
मामला रायपुरिया का है। बामनिया ने कुछ बाइकसवारों को बेवजह थप्पड़ जड़ दिए। लोगों ने गुस्से में टीआई के साथ ही एएसआई को भी पिटा। पुलिस वाले किसी तरह टीआई को लेकर थाने पहुंचे तो वहां भी लोग आ गए। उनका आरोप था कि पुलिसकर्मियों ने शराब पी रखी है और नशे में लोगों पर अपना रौब झाड़ रहे हैं। लोगों ने थाना घेर रखा था। भीड़ नारेबाजी करने लगी और SP को बुलाने की मांग पर अड़ गई। एएसपी एएस वास्कले और पेटलावद एसडीओपी सोनू डाबर रात को ही थाने पहुंचे। लोगों ने उन्हें बताया कि टीआई कुछ पुलिस वालों के साथ बाजार में थे। बस स्टैंड और फुटपाथ पर सब्जी की दुकान लगाने वालों से मारपीट करने लगे। सामान बिखर गया। एसपी आशुतोष गुप्ता ने बामनिया और अजीत सिंह को सस्पेंड कर दिया।
छतरपुर में चौराहे पर शराबखोरी कर पुलिसकर्मी ने किया हंगामा
झाबुआ जैसा ही मामला छतरपुर में भी सामने आया। पुलिस आरक्षक गणेश अहिरवार ने छत्रसाल चौराहे पर शराबखोरी के बाद खूब हंगामा किया। उसने दुकानदारों से अभद्रता की। शराब के नशे में आरक्षक ने सड़क किनारे ठेले और दुकान लगाने वालों को हड़काया। कई लोग तो ठेला छोड़कर भाग खड़े हुए। शराबी आरक्षक पुलिस लाइन में पदस्थ है, जिसका नाम गणेश अहिरवार है। पूर्व में भी वह शराब और नशे की हालत में सस्पेंड हो चुका है। मंदिर के पुजारी उमेश ने बताया कि मंदिर की पूजा करने जा रहा थे तभी उसने टोका और गाली-गलौज करने लगा और गर्दन पकड़ ली। नशे में उसने आसपास के दुकानदारों को भी परेशान किया और अंडे के ठेले के नीचे लेट गया जिसे तमाशबीन लोग देखते रहे। स्थानीय लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल किया टैब कहीं जाकर सिटी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंचे और उसे उठाकर घर भेज दिया।