एक दशक में जिन बीमारियों के मामले सबसे तेजी से बढ़े हैं, डायबिटीज उनमें से एक है। डायबिटीज के कारण शरीर में कई तरह की अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है, कोरोना के इस दौर में डायबिटीज को एक प्रमुख जोखिम कारक के रूप में भी देखा जा रहा है। सभी लोगों को इस बीमारी को लेकर सचेत रहना चाहिए और इससे बचाव के आवश्यक उपाय करते रहने चाहिए।
जीवनशैली में बदलाव करके टाइप-2 डायबिटीज की शुरुआत और इसके खतरे को रोकने में मदद मिल सकती है। अधिक वजन या मोटापा, हाई कोलेस्ट्रॉल या मधुमेह के पारिवारिक इतिहास के कारण डायबिटीज का जोखिम बढ़ जाता है। यदि अपने दैनिक जीवन में कुछ बदलाव कर लिए जाएं तो इसके जोखिमों को कम किया जा सकता है
कम करिए वजन- वजन कम करने से मधुमेह का खतरा कम होता है। एक अध्ययन में लोगों ने व्यायाम और आहार में बदलाव के साथ अपने शरीर के वजन को लगभग 7 फीसदी तक कम किया। निष्कर्ष में पाया गया कि शरीर का वजन कम करने से डायबिटीज के जोखिमों को लगभग 60 फीसदी तक घटाया जा सकता है।
शारीरिक गतिविधियों से मिलता है लाभ-डायबिटीज के खतरे को कम करने के लिए शारीरिक गतिविधियां आपके लिए फायदेमंद हो सकती हैं। व्यायाम की मदद से आप वजन कम करने, ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने और इंसुलिन के प्रति अपनी संवेदनशीलता को आसानी से बढ़ाने में सफल हो सकते हैं। डायबिटीज की कई तरह की जटिलताओं को कम करने में भी योग-व्यायाम को अभ्यास को काफी फायदेमंद माना जाता है।
पौधों पर आधारित चीजों का सेवन अधिक करें- पौधों पर आधारित आहार आपको विटामिन, खनिज और कार्बोहाइड्रेट प्रदान करते हैं। इसके अलावा इसमें डाइट्री फाइबर भी पाया जाता है जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ वजन घटाने में मदद करने के साथ मधुमेह के खतरे को कम करते हैं। विभिन्न प्रकार के स्वस्थ, फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाएं, इनसे डायबिटीज की जटिलताओं को आसानी से कम किया जा सकता है।