अपर मुख्य सचिव  सुब्रत साहू एवं कृषि सचिव डॉ. भारतीदासन ने पाटन और धमधा में गौठानों का किया मुआयना

महिला स्व-सहायता समूहों की महिलाओं से की चर्चा

गौठानों में संचालित आजीविका मूलक गतिविधियों को देखा
रायपुर.छत्तीसगढ़ सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जमीनी हकीकत का जायजा लेने के लिए राज्य के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी जिलों का दौरा कर हितग्राहियों से रू-ब-रू हो रहे हैं। इसी सिलसिले में आज अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू एवं कृषि सचिव डॉ. एस. भारतीदासन ने दुर्ग जिले में धमधा एवं पाटन क्षेत्र के गौठानों में पहुंचकर वहां की व्यवस्था और महिला समूहों द्वारा संचालित आयमूलक गतिविधियों का मुआयना किया। उन्होंने स्व-सहायता समूहों की महिलाओं से चर्चा कर उनके स्वावलंबन के कामों की जानकारी ली। उन्होंने पाटन विकासखंड के अरसनारा, नारधा, कुम्हारी गौठानों में विविध आजीविका मूलक गतिविधियों को मुआयना किया और इसको विस्तारित करने के साथ ही लाभप्रद बनाने के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

अपर मुख्य सचिव श्री साहू एवं कृषि सचिव डॉ. भारतीदासन से बातचीत के दौरान अरसनारा गौठान के स्व-सहायता समूह महिलाओं ने बताया कि यहां दो समूह काम करते हैं। सब्जी उत्पादन बाड़ी के जरिए दो लाख 45 हजार रुपए का लाभ अर्जित कर चुके हैं। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने ब्रोकली जैसे नये दौर की फसल भी लगाई है। अपर मुख्य सचिव ने अरसनारा गौठान की सम्पूर्ण भूमि के उपयोग की सराहना की। महिला समूहों द्वारा यहां सीजन के मुताबिक सब्जी उगाई जा रही है। इससे समूह को लगातार आय हो रही है। उन्होंने लिमतरा में बाड़ी भी देखी। यहां 21 एकड़ जमीन को सामुदायिक बाड़ी के रूप में विकसित किया जा रहा है। अधिकारियों ने दो एकड़ जमीन में टमाटर की फसल का निरीक्षण किया। महिलाओं ने बताया कि हर दिन टमाटर बेच रहे हैं। टमाटर का बंपर उत्पादन हुआ है। समूह की महिलाओं ने बताया कि केवल टमाटर से उन्हें एक लाख रुपए का लाभ जुलाई से अब तक हो चुका है। अधिकारियों ने बताया कि यहां 5 एकड़ स्प्रिंकलर को और विस्तार दिया जा रहा है।

अपर मुख्य सचिव ने समूह की महिलाओं से कहा कि शासन आपको अधोसंरचनाएं और तकनीकी मार्गदर्शन उपलब्ध करा रहा है। आपके पास आगे बढ़ने की असीमित संभावना है। समूह की महिलाओं ने कहा कि पहली बार में थोड़ा से हिस्से में प्रयोग के तौर पर खेती की थी। हमें इसमें सफलता मिली और अब इसका विस्तार करेंगे। निरीक्षण के मौके पर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, एसएसपी श्री बद्रीनारायण मीणा और जिला पंचायत सीईओ श्री अश्विनी देवांगन भी मौजूद थे।

सी-मार्ट में करें डिस्प्ले- अरसनारा में भगवती स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि गौठान में मसाले बनाये जा रहे हैं। अपर मुख्य सचिव ने मसालों का दाम पूछा। महिलाओं ने बताया कि दुकान में इसे आसानी से 250 रुपए में खरीद लेते हैं। उन्होंने महिलाओं को बाजार रेट पता करने की सलाह दी और कहा कि बाजार पर जितनी ज्यादा आपकी नजर रहेगी, आप उतना ही तरक्की करेंगे। उन्होंने कहा कि जैविक उत्पाद का शहरी मार्केट में काफी डिमांड है। उन्होंने महिला समूहों के जैविक उत्पाद को सी-मार्ट में डिस्प्ले करने की बात कही।

कुम्हारी में देखी केले की बाड़ी- अपर मुख्य सचिव एवं कृषि सचिव ने अपने भ्रमण के दौरान कुम्हारी गौठान में विकसित केले की बाड़ी का अवलोकन किया। कुम्हारी गौठान में बहुत सी आजीविकामूलक गतिविधि चलाई जा रही हैं। इनमें केले और आम की बाड़ी विकसित की गई है। यहां की वृहद केला बाड़ी से चिप्स बनाकर बाजार में बेचे जाएंगे।

जलजीवन मिशन का काम भी देखा- अपर मुख्य सचिव श्री साहू ने ग्राम तर्रा, खेरधी में जलजीवन मिशन का काम भी देखा। उन्होंने कहा कि तय समयसीमा में तथा गुणवत्तापूर्ण ढंग से जिले के सभी कामों को पूरा करें। पाइपलाइन लगाये जाने के साथ ही कनेक्शन भी प्रदान करें ताकि लोगों को नल के माध्यम से शुद्ध जल उपलब्ध हो सके। अपर मुख्य सचिव ने अधिकारियों को अलग-अलग गौठानों में अलग तरह की आजीविकामूलक गतिविधियों संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केवल स्वावलंबन ही लक्ष्य नहीं होना चाहिए, स्व-सहायता समूहों की आय में तेजी से वृद्धि हो, ऐसा माडल बनायें जिससे लगातार लोग रुचि के साथ काम करेंगे और नये लोग भी जुड़ेंगे। उन्होंने कहा कि एक समूह को एक ही काम में लगाया जाए तो ज्यादा बेहतर नतीजे मिलेंगे। वर्मी कंपोस्ट का तेजी से उत्पादन और मार्केटिंग जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह दोनों काम तेजी से होंगे तो गोधन न्याय योजना से जुड़े लोगों को अधिक से अधिक लाभ होगा।

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