ब्रिटिश टेलीकॉम दिग्गज वोडाफोन पीएलसी, टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी इंडस टावर्स लिमिटेड की पांच प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए भारती एयरटेल के साथ बातचीत कर रही है। बैंकिंग सूत्रों ने कहा कि वोडाफोन पीएलसी एक ब्लॉक डील के जरिए इंडस टावर्स में 1,490 करोड़ रुपये की 2.4 फीसदी हिस्सेदारी भी बेचने की योजना बना रही है। ब्लॉक डील को यूरो पैसिफिक सिक्योरिटीज के जरिए अंजाम दिया जाएगा, जो वोडाफोन समूह की इकाई है, जिसके पास इंडस टावर्स में 7.59 फीसदी हिस्सेदारी है। बैंकिंग सूत्रों ने कहा कि ब्लॉक डील में शेयरों को 227-231 रुपये की कीमत सीमा में उतारे जाने की उम्मीद है।
इस बारे में संपर्क करने पर वोडाफोन ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। भारती एयरटेल को भेजे गए ई-मेल का भी कोई जवाब नहीं आया। उद्योग के सूत्रों ने कहा कि वोडाफोन, इंडस टावर्स में अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी भारती एयरटेल को बेचने के लिए बातचीत कर रही है। इंडस टावर्स 3,300 करोड़ रुपये मूल्य की कंपनी है और इसमें वोडाफोन की कुल 28 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इस सौदे से हुई कमाई गई रकम को वोडाफोन आइडिया लिमिटेड में डाला जाएगा।
इंडस टावर्स को पहले भारती इंफ्राटेल लिमिटेड के नाम से जाना जाता था। यह दूरसंचार टावर खड़ा करने, उनके स्वामित्व और प्रबंधन करती है। यह विभिन्न मोबाइल ऑपरेटरों के लिए दूरसंचार टावरों और संचार संरचनाओं में भूमिका निभाती है। इंडस टावर्स के पास 1,84,748 दूरसंचार टावर हैं, जो इसे देश के सबसे बड़े टावर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदाताओं में से एक बनाते हैं। इसकी देश के सभी 22 दूरसंचार सर्किल में मौजूदगी है। इंडस टावर्स भारत में सभी वायरलेस दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को सेवाएं प्रदान करती है।
इंडस टावर्स ने दिसंबर 2021 को समाप्त तीन महीनों में समेकित लाभ में लगभग 16 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,570.8 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की थी जबकि इसी अवधि के दौरान राजस्व 6,927 करोड़ रुपये रहा था।