नौकरी लगाने का झांसा देकर दो युवकों से 15 लाख की धोखाधड़ी

बिलासपुर। आइटीआइ में सहायक ग्रेड 3 की नौकरी लगाने का झांसा देकर दो युवकों से 15 लाख की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जालसाजों ने दोनों युवकों को फर्जी नियुक्ति पत्र थमाकर मेडिकल समेत अन्य प्रक्रिया भी कराई गई। ज्वाइनिंग के लिए जाने पर पता चला किa नियुक्ति पत्र ही फर्जी है। इसकी शिकायत पर सिविल लाइन पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।तखतपुर थाना क्षेत्र के ढनढन में रहने वाले जगमोहन कौशिक (33) किसान हैं। 2019 में उनके परिचित मंशाराम पाटले और दीपक पांडेय ने बताया कि आइटीआइ तमनार में पदस्थ नीरज लाल और कुलदीप सिंह ठाकुर स्र्पये लेकर आइटीआइ में नौकरी लगवाते हैं। दोनों ने जिला पंचायत के सामने जगमोहन का परिचय नीरज और कुलदीप से कराया। उन्होंने आइटीआइ में सहायक ग्रेड 3 में नौकरी लगवाने के लिए जगमोहन से पांच लाख स्र्पये मांगे। 20 दिसंबर को नीरज और कुलदीप ने जगमोहन को नियुक्ति पत्र देकर जिला अस्पताल में मेडिकल कराया। इसके बाद एक लाख स्र्पये का चेक ले लिया। बाद में ट्रेनिंग लेटर देकर एक लाख स्र्पये और ले लिए। दस्तावेज प्रमाणीकरण और अन्य प्रक्रिया के लिए अलग-अलग स्र्पये लिए गए। इस तरह जगमोहन ने कुल पांच लाख स्र्पये ले लिए। बाद में जब वे ज्वानिंग के लिए पहुंचे तो पता चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी है। इसी तरह उन्होंने अमित तिवारी से भी नौकरी लगवाने के नाम पर 10 लाख स्र्पये की धोखाधड़ी कर ली। जगमोहन की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।

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