नई दिल्ली । विदेश मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा विदेशों में फंसे अपने नागरिकों की वापसी पर सहमति व्यक्त करने का स्वागत करते हुए शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार को शीघ्र ही यह सूचित करना चाहिए कि वह यात्रियों के लौटने पर कोलकता में उनके एकांतवास (क्वारेंटाइन) के लिए पर्याप्त प्रंबंध करेगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक ट्वीट में कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा विदेशों में फंसे अपने नागरिकों को वापस लेने सहमति का हम स्वागत करते हैं, राज्य सरकार शीघ्र ही यह सूचित करना चाहिए कि वह कोलकत्ता हवाई अड्डे पर यात्रियों के पहुंचने के बाद क्या प्रबंधन करेगी।
इससे पहले पश्चिम बंगाल के गृह विभाग ने केन्द्र को सूचित किया था कि वह विभिन्न देशों से अपने लोगों का राज्य पहुंचने का स्वागत करती है तथा इस संबंध में क्वारेंटाइन संबंधी प्रबंध की जानकारी सरकार को दे दी है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार विभिन्न देशों में फंसे 2700 से अधिक लोगों ने वापस लौटने के लिए पंजीकरण कराया है। प्रवक्ता ने आगे कहा कि विभिन्न देशों से कोलकत्ता आने वाली उड़ानों को अंतिम रूप देने के लिए यह जरुरी है कि अन्य राज्यों की तरह पश्चिम बंगाल भी एक व्यापक प्रबंधन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करे। उन्होंने कहा कि ढाका, बेंकॉक, यांगून, काठमांडू, सिंगापुर, लंदन, दुबई और न्यूयार्क से कोलकत्ता के लिए उड़ाने प्रस्तावित हैं।
विदेश मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार को बताया है कि बांग्लादेश, नेपाल और भूटान से तीन हजार भारतीय नागरिक भी सड़क मार्ग से राज्य आना चाहते हैं। मंत्रालय ने इस संबंध में भी राज्य सरकार से अपनी सहमति शीघ्र भेजने के लिए कहा है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के उच्च शिक्षा मंत्री पार्थ चेटर्जी ने आरोप लगाया था कि विदेशों से विभिन्न राज्यों के लोगों को स्वदेश लाने के संबंध में विदेश मंत्रालय भेदभाव कर रहा है। मंत्री के अनुसार गुजरात की तुलना में पश्चिम बंगाल के साथ अन्याय हो रहा है।
चटर्जी के इस आरोप के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि मंत्रालय किसी के साथ भेदभाव नहीं करता । वंदे भारत मिशन पश्चिम बंगाल सहित सभी भारतीय नागरिकों के लिए है। मंत्रालय पश्चिम बंगाल के निवासियों को पड़ोसी देशों से सड़क मार्ग के जरिए लाने में भी मदद करेगा।
प्रवक्ता ने कहा था कि यदि राज्य सरकार वापस लौटने वाले लोगों के एकांतवास संबंधी प्रबंधों होने की पुष्टि करती है तो कोलकत्ता के लिए भी उड़ाने शुरु की जायेंगी।