ऑपरेशन ‘समुद्र सेतु’: अब नौसेना श्रीलंका में फंसे भारतीयों को निकालेगी, 1 जून को कोलम्बो जाएगा आईएनएस जलाश्व

नई दिल्ली । भारतीय नौसेना ऑपरेशन ‘समुद्र सेतु’ का तीसरा चरण जून में शुरू करेगी। पहले और दूसरे चरण में मालदीव से 1488 भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाने के बाद अब तीसरा चरण श्रीलंका के लिए होगा। आईएनएस जलाश्व श्रीलंका के कोलंबो में फंसे भारतीय नागरिकों को लाने के लिए 01 जून को जाएगा।

विदेशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए नौसेना ने ऑपरेशन ‘समुद्र‑सेतु’ लॉन्च किया है। ऑपरेशन के पहले चरण में नौसेना के दो बड़े युद्धपोत आईएनएस जलाश्व और आईएनएस मगर मालदीव की राजधानी माले पहुंचे थे। आईएनएस जलाश्व ने 10 मई को 698 भारतीय नागरिकों को माले से सुरक्षित निकालकर कोच्चि पहुंचाया था। आईएनएस मगर भी 202 नागरिकों को माले से कोच्चि वापस ला चुका है।

दूसरे चरण में 17 मई को नौसेना का युद्धपोत आईएनएस जलाश्व 588 यात्रियों के साथ कोच्चि पहुंचा। बंदरगाह पर उतरे यात्रियों के चहरे पर मुस्कान और हाव‑भाव भारत आने की खुशी व्यक्त कर रहे थे। जहाज से बाहर आने पर सभी यात्रियों का नौसेना कर्मियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। भारत पहुंचे इन 588 भारतीयों को मिलाकर भारतीय नौसेना दो चरणों में 1488 भारतीय नागरिकों को माले से निकालकर भारत वापस ला चुकी है।

यह 1488 भारतीय 22 राज्यों से सम्बंधित हैं जिसमें 205 महिलाएं (133 गर्भवती) और 38 बच्चे शामिल हैं। इनमें सबसे ज्यादा 1101 नागरिक केरल से हैं। तमिलनाडु से 283, आंध्र प्रदेश से 10, पश्चिम बंगाल से 12, उत्तराखंड के 9, तेलंगाना के 12, कर्नाटक के 10, लक्षदीप के 7, दिल्ली-झारखण्ड के 6–6, हिमाचल-महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के 5–5, राजस्थान के 4, हरियाणा के 3, मध्य प्रदेश‑ओडिशा-पुद्दुचेरी के 2–2 यात्री हैं। इसके अलावा असम, चंडीगढ़, गोवा, पंजाब के एक-एक यात्री हैं।

अब भारतीय नौसेना ऑपरेशन ‘समुद्र सेतु’ का तीसरा चरण जून में शुरू करेगी। तीसरा चरण श्रीलंका के लिए होगा। आईएनएस जलाश्व श्रीलंका के कोलंबो में फंसे भारतीय नागरिकों को लाने के लिए 01 जून को जाएगा।

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