जयपुर। देश में वैसे ही कोरोना महामारी दिन पर दिन विकराल रूप धारण करती जा रही है। वहीं ऐसी विपरीत परिस्थितियों में भाजपा और कांग्रेस की बस राजनीति भी रुकने का नाम नहीं ले रही है। अब इस मामले में राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास भी कूद गए हैं। उन्होंने साबित पात्रा के सभी आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि आप झूठ बोल रहे हैं। झूठ और फरेब की राजनीति आप बंद करो और शर्म करो। इसके पूर्व बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी भाजपा का समर्थन किया था और कहा था कि कांग्रेस अमानवीयता का प्रदर्शन कर रही है।
राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के उन सभी आरोपों का खंडन किया है जिनमें कहा था कि कोटा के छात्रों को यूपी वापस भेजने के लिए राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने यूपी सरकार से 19 लाख रुपए लिए थे। मंत्री खाचरियावास ने कहा है कि आप झूठ बोल रहे हैं, यह जिन पैसों की आप बात कर रहे हैं, यह राज्यपथ परिवहन उत्तर प्रदेश की बसें जब राजस्थान आई तब उत्तर प्रदेश के परिवहन अधिकारियों ने राजस्थान परिवहन के अधिकारियों से निवेदन किया था और फिर हमने उनकी बसों में डीजल डलवाया था। मंत्री खाचरियावास ने ‘सबूत’ के तौर पर उत्तर प्रदेश के परिवहन विभाग की चिट्ठी भी साझा की है जिसमें राजस्थान सरकार से मदद की अपील की गई थी। इससे पहले बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने इससे पहले 19 लाख रुपए के चेक और बिल की तस्वीर को ट्विटर पर शेयर करते हुए कहा था कि कोटा से उत्तर प्रदेश के स्टूडेंट्स को वापस लाते समय यूपी की कुछ बसों को डीज़ल की आवश्यकता पड़ गई, दया छोड़िए आधी रात को दफ़्तर खुलवा कर प्रियंका वाड्रा की राजस्थान सरकार ने यूपी सरकार से पहले 19 लाख रुपए लिए और उसके बाद बसों को रवाना होने दिया, वाह रे मदद। पात्रा ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि कोटा में यूपी के 10000 छात्र फंसे हुए थे। योगी सरकार ने 560 बसें भेजीं उन्हें लाने के लिए। मालूम पड़ा 12000 बच्चे हैं। यूपी सरकार ने राजस्थान सरकार से फ़तेहपुर/झांसी सीमा तक 70 बसों की सहायता ली। प्रियंका वाड्रा जी की राजस्थान सरकार ने आज 36 लाख का बिल भेजा है।