संभागायुक्त श्री कावरे ने खाद की उपलब्धता के संबंध में की समीक्षा बैठक

दुर्ग / श्री महादेव कावरे, संभागायुक्त दुर्ग ने आज संभाग के जिलो में रसायनिक खाद की उपलब्धता से संबंधित अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। श्री कावरे ने संबंधित अधिकारियों को किसान की जरूरत के आधार पर समितियों में खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
अधिकारियों ने बताया कि संभाग में खाद के करीब 234250 मिट्रिक टन लक्ष्य के विरूद्ध 181973 मिट्रिक टन खाद उपलब्ध होना बताया जो कि लक्ष्य का 78 प्रतिशत है, इस पर संभागायुक्त श्री कावरे ने समितिवार खाद की आवश्यकता और उपलब्धता के लिए कृषि विभाग, सहकारी विपणन संघ (मार्कफेड) और जिला सहकारी बैंक को नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए है। संभागायुक्त ने कहा कि रोपा लगाने के समय, पौधे की वृद्धि के समय, बीज अंकुरन के दौरान जिन-जिन उर्वरकों की जरूरत होती है, उसकी उपलब्धता उसी समय के अनुसार प्रत्येक समिति में होना चाहिए, साथ ही रसायनिक खाद की कमी के कारण फसल उत्पादन प्रभावित ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जायें।

संभागायुक्त श्री कावरे द्वारा धान के बदले अन्य फसल योजना की प्रगति की समीक्षा की गई, समीक्षा में संयुक्त पंजीयक सहकारी संस्था एवं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देशित किया गया कि अन्य फसल लगाने वाले कृषको के ऋण प्रकरणों को तत्काल स्वीकृत करें एवं ऐसे कृषको को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जावे। वर्तमान प्रगति से असंतोष व्यक्त करते हुए निर्देशित किया गया कि जुलाई के अंत तक लक्ष्य की शत्-प्रतिशत पूर्ति किया जायें, कृषि विभाग के कर्मचारियों को भी इस कार्य में सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए गए।

वर्तमान में डीएपी की कमी होने पर कृषको को इसके विकल्प के रूप में सुपर फास्फेट एवं यूरिया के काॅम्बीनेशन की जानकारी देते हुए इसके उपयोग हेतु प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए गए। वर्तमान में यूरिया, पोटाश एवं सिंगल सुपर फास्फेट की पर्याप्त उपलबधता है। किसी भी समिति में इन खादो की अनुपलब्धता नही होनी चाहिए, इस हेतु जिला विपणन अधिकारी एवं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अधिकारी को निगरानी करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि निजी विक्रेताओं के परिसर का लगातार उर्वरक निरीक्षक के माध्यम से निरीक्षण की कार्यवाही करें एवं किसी भी स्थिति में कृषको को निर्धारित दर से अधिक दर पर खाद का वितरण ना होने पाए। खाद का विक्रय पीओएस मशीन के माध्यम से ही सुनिश्चित कराया जाए।  साथ ही जिला स्तर पर कन्ट्रोल रूम स्थापित करने  कहा। श्री कावरे ने मार्कफेड अधिकारी को दुर्ग जिले के देवबलौदा के रेक प्वाईंट हेतु तत्काल प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए गए।

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