मेलबर्न । ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल का मानना है कि भारतीय टीम जब ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी तब टीम प्रबंधन को हार्दिक पंड्या को टीम में रखना चाहिए क्योंकि यह आलराउंडर मेजबान देश की मजबूत बल्लेबाजी के कारण पेश होने वाली चुनौती का सामना करने में अहम साबित हो सकता है। यह मध्यम गति का गेंदबाज भारत की सीमित ओवरों की टीम का अहम हिस्सा है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस साल के आखिर में चार टेस्ट मैचों की सीरीज होगी। चैपल ने अपने कॉलम में लिखा, अगर हार्दिक पंड्या उपलब्ध रहता है,तब इससे मदद मिलेगी। वह उस समय दबाव बनाने के लिए भारत को अतिरिक्त गेंदबाजी विकल्प मुहैया कराएगा जब मुख्य तेज गेंदबाजों को विश्राम की जरूरत होगी।’
पंड्या ने हाल में कहा कि पीठ की चोट के कारण वह अपने लिए टेस्ट क्रिकेट की चुनौती को समझते हैं। उनकी पीठ का पिछले साल ऑपरेशन किया गया था। पंड्या ने कहा था कि वह सीमित ओवरों की क्रिकेट में अपने महत्व को समझते हैं। चैपल ने कहा,उनके पास सिडनी में होने वाले मैच से पहले शुरुआती तीन टेस्ट मैचों में अपने ओवरों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ाने का मौका होगा। सिडनी में वह तीसरे तेज गेंदबाज की भूमिका निभा सकते हैं, ताकि दूसरे स्पिनर को अंतिम एकादश में शामिल किया जा सके। उन्होंने कहा,पंड्या को बल्लेबाजी क्रम में सातवें नंबर पर रखने का मतलब होगा कि पंत को विकेटकीपिंग के साथ छठे नंबर पर बल्लेबाजी करनी होगी।’
चैपल का मानना है कि भारतीय चयनकर्ताओं को स्पिन विभाग में अश्विन, रविंद्र जडेजा और कुलदीप यादव में से किसी एक का चयन करने में काफी दिक्कत होगी। अश्विन का रिकॉर्ड शानदार है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में नहीं। चैपल ने कहा,जडेजा ऑलराउंडर हैं और गेंदबाजी में सुधार से उनका दावा मजबूत बन गया है, जबकि कुलदीप ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर कारगर साबित हो सकते हैं। यह मुश्किल फैसला होगा। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा, भारत की सबसे बड़ी चुनौती ऑस्ट्रेलिया की मजबूत बल्लेबाजी से पार पाना होगा। स्टीवन स्मिथ और डेविड वार्नर के अलावा मार्नस लाबुशेन तीसरे नंबर पर मजबूत है, जिससे बल्लेबाजी अधिक मजबूत हुई है। ऑस्ट्रेलिया अब सफलता के लिए स्मिथ और वॉर्नर पर कम निर्भर है।’