लंदन । इंग्लैंड की क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज क्रिस जोर्डन ने कहा है कि हमारी टीम नस्लवाद के खिलाफ रही है। जोर्डन के अनुसार विविधता को अपनाने के मामले में इंग्लैंड की क्रिकेट टीम सबसे आगे है। इस तेज गेंदबाज ने कहा कि हमारी टीम में बारबाडोस में जन्में जोफ्रा आर्चर, पाकिस्तान मूल के स्पिनर आदिल राशिद और आलराउंडर मोईन अली और आयरलैंड में जन्में सीमित ओवरों की टीम के कप्तान इयोन मोर्गन शामिल हैं। जोर्डन ने कहा, ‘‘टीम के नजरिये से कहूं तो आप जो देखते हो आपको वही मिलता है। इसमें काफी विविधता है और मोर्गन ने इसकी अच्छी तरह कप्तानी की है।’’उन्होंने कहा, ‘‘जागरूकता के मामले में हम सभी को भूमिका निभानी होगी और नस्लवाद के अभियान में अपनी भूमिका निभानी होगी। निश्चित तौर की इंग्लैंड की टीम में यह कोई मुद्दा नहीं है और जहां तक विविधता का सवाल है तो यह टीम एक अच्छा उदाहरण है।’ ’बारबडोस में जन्में 31 साल के जोर्डन ने कहा कि इंग्लैंड की टीम नस्लवाद पर खुलकर बातचीत को बढ़ावा देती है। हाल ही में अमेरिका में अफ्रीकी मूल के एक अमेरिकी युवक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से दुनिया भर में नस्लवाद के खिलाफ माहौल बना है। इसके बाद से ही वेस्टइंडीज के आक्रामक बल्लेबाज क्रिस गेल सहित कई अश्वेत खिलाड़ियों ने भी कहा कि वे नस्लवाद का शिकार हुए हैं।