हैदराबाद । इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च और भारत बायोटेक द्वारा तैयार की गई भारत की पहली कोरोना वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू हो गया है। इस वैक्सीन का नाम कोवैक्सिन रखा गया है और हैदराबाद के निम्स में यह ट्रायल किया जा रहा है। इसके साथ ही कई अन्य संस्थानों को भी इस वैक्सीन का ट्रायल करने के लिए पत्र लिखा गया है। निम्स के डायरेक्टर डॉ. के मनोहर का कहना है कि स्वस्थ्य लोगों का चयन कर दिल्ली की चिन्हित लेबोरेटरी में उनका ब्लड सैंपल भेजा जाएगा। वे हरी झंडी देंगे उसके बाद वैक्सीन के पहले शॉट का अवलोकन किया जाएगा। पहले चरण में वैक्सीन का कम लोगों पर ट्रायल किया जाएगा, अगर इसमें सफलता मिलती है तो दूसरे और तीसरे चरण में बड़ी मात्रा में वैक्सीन का ट्रायल किया जाएगा। आईसीएमआर और भारत बायोटेक की वैक्सीन के अलावा भी कई अन्य भारतीय कंपनियों द्वारा कोरोना वैक्सीन तैयार की गई हैं। इनमें पनेशिया बायोटेक, जायडस कैडिला और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया शामिल हैं। भारत के अलावा दुनिया के लगभग सभी बड़े छोटे देशों में कोरोना महामारी से बचाव के लिए वैक्सीन तैयार करने पर तेजी से काम किया जा रहा है। अमेरिका, चीन, इजराइल, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, ब्रिटेन सहित कई अन्य देशों में कोरोना की ड्रग और वैक्सीन तैयार करने पर काम हो रहा है। कई देश वैक्सीन तैयार करने के बेहद करीब पहुंच गए हैं।