मार्गदर्शक के साथ मानव में मानवीय गुण पैदा करती हैं किताबें: निशंक

प्रगति मैदान में शुरू हुआ विश्व पुस्तक मेला
नई दिल्ली।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोरखरियाल श्निशंकश् दिल्ली के प्रगति मैदान में शनिवार को राष्ट्रीय पुस्तक न्यास एवं इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2020 के उद्घाटन किया।
इस मौके पर निशंक ने कहा कि पुस्तकें न केवल हमारी मार्गदर्शक, मित्र एवं एकांत की सहचर हैं बल्कि हमारे अंदर मानवीय गुणों का विकास करती हैं। उन्होंने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि इस विश्व पुस्तक मेले 2020 में 30 देशों के 600 से अधिक प्रकाशक हिस्सा ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि इस पुस्तक मेले के माध्यम से गांधीवादी विचारों को प्रचार-प्रसार किया जाएगा। आज जब विश्व में आतंकवाद बढ़ रहा है ऐसी स्थिति में गांधीजी के विचारों का अधिक महत्व है।
मौजूदा समय में दुनिया को महात्मा गांधी की जरूरत
उन्होंने कहा कि दुनिया को गांधी की जरूरत है। व्यक्ति ही नहीं समाज को, समाज ही नहीं राष्ट्र को, राष्ट्र ही नहीं पूरी दुनिया को इस समय गांधी की जरूरत है। इस समय दुनियाभर में आतंकवाद की घटनाएं घट रही हैं, लोग आपसी सामंजस्य को आहत करके व्यक्तिगत स्वार्थ की धुरी पर खड़े हो गए हैं और सौहार्द के वातावरण के लिए चुनौती खड़ी हो गई है और ऐसे समय में महात्मा गांधी की पूरी दुनिया को जरूरत है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति के पास सत्य, अहिंसा और प्रेम तीन ही चीज है और यदि सत्य के मार्ग पर नहीं चले और उसमें सच्चाई को स्वीकार करने की हिम्मत न हो, ऐसा व्यक्ति जीवित होते हुए भी पत्थर के सामान है। इन तीनों चीजों के बिना भी किसी सामाज और राष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती है। मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि मेला मिलन को कहते हैं और मिलन से सृजन होता है और मुझे विश्वास है कि यह पुस्तक मेला एक नई खोज और नए विचार को उत्पन्न करेगा।
महात्मा गांधी पर है मेले का थीम
इस बारे के पुस्तक मेले का विषय श्गांधी लेखकों के लेखकश् हैं। 12 जनवरी तक चलने वाले पुस्तक मेले में साबरमती आश्रम के तर्ज पर तैयार किये गये मंडपों में गांधी द्वारा और गांधी पर विभिन्न भारतीय भाषाओं में लिखी गई 500 पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई गई है। उद्घाटन समारोह का शुभारंभ राष्ट्रीय बाल भवन के छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए स्वागत गीत के साथ हुआ। इस मौके पर राष्ट्रीय पुस्तक न्यायास के अध्यक्ष प्रोफेसर गोविंद प्रसाद शर्मा तथा प्रख्यात गांधीवादी विचारक प्रो. गिरीश्वर मिश्र ने भी अपने विचार प्रकट किए। इस कार्यक्रम के आखिर में राष्ट्रीय बाल भवन के बच्चों में मुहम्मद इकबाल के लिए गीत श्सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तां हमाराश् प्रस्तुत करके इस कार्यक्रम में उपस्थित देशी और विदेशी मेहमानों का दिल जीत लिया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने भी हिस्सा लिया।
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