जल एवं स्वच्छता मिशन’ योजना के कार्य की प्रगति व जानकारी के लिए हुई समीक्षा बैठक

उद्देश्य की पूर्ति के लिये हर घर में संयोजन जुडे़ इस पर ध्यान दे अधिकारीः कलेक्टर

दुर्ग : कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट सभागार में ’’जल एवं स्वच्छता मिशन’’ योजना की समीक्षा की। जिसमें लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी, विभाग में कार्यरत ठेकेदार व क्रियान्वयन सहायक एजेंसी के सदस्य उपस्थित रहे। कलेक्टर समीक्षा ने कहा कि हर घर तक जल पहुंचाने के लिए चलाई जा रही जल जीवन मिशन योजना बेहद महत्वपूर्ण है। इसके जरिये लोगों को घरों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने इसके लिए अधिकारियों को योजना बनाने तक ही सीमित न रहने बल्कि हर घर में संयोजन जोड़ने की बात कही ताकि योजना का उद्देश्य पूरा हो, उन्होंने सभी विकास खण्डो में योजना की प्रगति एवं कनेक्शन से संबंधित स्थिति की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होने उपस्थित अधिकारियों को योजना के लक्ष्य को निर्धारित समय से पूर्व ही पूरा करने के लिए कहा । बैठक में सदस्य, सचिव कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत चल रहे कार्यों की जानकारी उपलब्ध कराई । कलेक्टर ने 10 बचे हुए गांव के वर्क ऑर्डर जारी कर, कार्य प्रारंभ करने के लिए आदेशित किया। जिन गाँव में कार्य शुरू नही किया गया है, उनका टेंडर निरस्त कर रिटेंडर की प्रकिया करने की सलाह दी। पेयजल के लिए टंकियों के स्थल चयन में होने वाली समस्या को तहसीलदार व एसडीएम से चिन्हांकित कर एवं विभागीय सामंजस्य स्थापित कर समस्या के जल्द से जल्द निराकरण के निर्देश दिये। सड़क निर्माण विभाग पीडब्लूडी , पीएमजीएसवाई व अन्य विभागों के सड़क निर्माण के दौरान क्षतिग्रस्त हुए पाईप लाइन , सड़क चौड़ीकरण के लिए रोके गए पाइप लाइन कार्य को आपसी सामंजस्य स्थापित कर कार्य को जल्द पूर्ण करने के साथ ही रोड कटिंग की समस्या का निराकरण करने के निर्देश भी कलेक्टर द्वारा दिये गये। विद्युत विभाग द्वारा क्लोरिनेटर व पम्प हाउस के लिए बिजली कनेक्शन सम्बन्धी समस्या को 15 दिवस के भीतर पूर्ण किये जाये इसके अनुमति के लिये आदेश दिए । इसके साथ ही उन्होंने ठेकेदारों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी कार्य निर्धारित मापदंड व गुणवत्ता युक्त होने के साथ – साथ तय समयसीमा में पूर्ण किया जाए। निर्माण में उपयोग किये जाने वाले सभी सामग्री, गुणवता परीक्षण के उपरांत निर्धारित मापदण्ड पाये जाने पर ही उपयोग मे लाये जांए।उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन में जलस्त्रोत व उपलब्धता को ध्यान में रखकर ही कार्य शुरू करे ताकि किसी भी प्रकार की समस्या में सम्बंधित विभाग के सहयोग से तत्काल निराकरण किया जा सके। इस दौरान कलेक्टर ने उपस्थित क्रियान्वयन सहायक एजेन्सी के सदस्यों को जल जीवन मिशन योजना के प्रचार प्रसार के लिये भी निर्देशित किये।

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