दुर्ग शहर में जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में चक्का जाम कर भाजपा ने जताया विरोध
दुर्ग। बस्तर के वनवासी अंचल में भय और आतंक की विपरीत परिस्थितियों में काम कर रहे चार भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की विगत 15 दिनों में नक्सलियों द्वारा हत्या की गई है। भारतीय जनता पार्टी ने इसके लिए प्रदेश कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार मानते हुए शुक्रवार को प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन किया, इसी तारतम्य में दुर्ग जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में दुर्ग शहर विधानसभा स्तरीय चक्काजाम हिंदी भवन के सामने दोपहर 2:00 से 4:00 बजे तक हुआ। इस दौरान राज्यसभा सांसद डॉ. सुश्री सरोज पाण्डेय भी विशेष रूप से उपस्थित रही।
चक्का जाम के दौरान कार्यकर्ताओं और आमजनों को संबोधित करते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कहा कि बस्तर में सुनियोजित षड्यंत्र के तहत प्रदेश कांग्रेस सरकार के संरक्षण में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की टारगेट किलिंग नक्सलियों द्वारा की जा रही है। छत्तीसगढ़ के कांग्रेसराज में नक्सलवादियों को संरक्षण दिए जाने के चलते नक्सली घटनाएं चरमसीमा पर पहुंच गई है। भूपेश सरकार द्वारा भाजपा के मजबूत होते जनाधार से बौखला कर नक्सलियों को भाजपा नेताओं की हत्या की सुपारी दी जा रही है लेकिन प्रदेश कांग्रेस सरकार और नक्सलियों की सांठगांठ भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की हौसले कमजोर नहीं कर सकते। बीजेपी और उसके कार्यकर्ता पूरी ताकत और दृढ़ता के साथ भूपेश सरकार की हर जनविरोधी नीति का खुलकर विरोध करेंगे और भूपेश बघेल की नक्सलवादी संरक्षण की नीतियों के आगे नहीं झुकेंगे। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता अपने मनोबल और सामर्थ्य से नक्सलवादियों और भूपेश सरकार से जमकर संघर्ष करेंगे और प्रदेश से नक्सल संरक्षण देने वाली भूपेश सरकार को सत्ता से बाहर करेंगे।
जितेंद्र वर्मा ने कहा कि चक्का जाम का उद्देश्य जनता को परेशान करना नहीं बल्कि अपना विरोध प्रदर्शन करके जनता के बीच यह संदेश देना है कि भूपेश सरकार की नक्सलवाद समर्थक नीतियों के चलते छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल में कानून व्यवस्था खत्म हो चुकी है और नक्सलवादी धीरे-धीरे मजबूत हो रहे हैं जो कि पूरे छत्तीसगढ़ की शांति और कानून व्यवस्था के लिए बेहद चिंताजनक बात है।
चक्का जाम प्रदर्शन में मुख्य रूप से राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य और सांसद डॉ. सुश्री सरोज पाण्डेय, जिला भाजपा महामंत्री सुरेंद्र कौशिक, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, जिला उपाध्यक्ष विनायक नातू, अल्का बाघमार, जिला सहकोषाध्यक्ष नीलेश अग्रवाल, गजेंद्र यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष उषा टावरी, चन्द्रिका चन्द्राकर, मंडल अध्यक्ष सुनील साहू, सुनील अग्रवाल, चैनसुख भट्टड़, शरद अग्रवाल, रजा खोखर, जीत यादव, अमजद अली, मनोज सोनी, मदन वाढ़ई, रजनीश श्रीवास्तव, नारायण दत्त तिवारी, मनोज शर्मा, अनूप सोनी, नितेश साहू, संतोष सोनी, दिलीप साहू, महेश जैन, चंद्रशेखर बंजारे, नीरज पांडे, अनूप गटागट, हिमांशु शुक्ला, विजय ताम्रकार, डॉ. देवनारायण तांडी, शशिकांत दुबे, सतीश समर्थ, बंटी चौहान, राहुल पंडित, काशीराम कोसरे, केवल देवांगन, अमित पटेल, अभिषेक शर्मा, रितेश शर्मा, नवीन पवार, राहुल कुमावत, कन्हैया देवांगन, गोपू पटेल, अनिकेत यादव, ईश्वर देवांगन, शुभम साहू, हिमांशु सिंह, निरंजय दुबे, नवीन साहू, मलखान सिह लोधी, अमर यादव, संजना चौबे, शीतल जांगिड़, दुलेश्वरी तुरकर, अजय भट्ट, मनोज अग्रवाल, प्रकाश साहू, आसिफ अली सैयद, हैप्पी भाटिया, गौतम वैद्य निरंकारी, गणेश निर्मलकर, राजेश वर्मा, प्रीति दुबे, अमर भोई सहित दुर्ग शहर के चारों मंडलों के समस्त सक्रिय कार्यकर्ता शामिल हुए।