बेंगलुरु । धड़ाधड़ बिकती गाडियां और सड़कों पर उतरता ट्रैफिक शहरों के गले की फंस बनाता जा रहा हैं। आलम ये है कि कई शहरों में कार चलाना ही दूभर हो जाता है। अगर हम दुनिया के सबसे सुस्त शहर की बात करें, तब टॉप 10 में भारत के ही कई शहर आते हैं। एक कंपनी ने दुनियाभर के शहरों का ट्रैफिक देखकर एक सूची तैयार की है।
सुस्त शहरों की इस सूची में भारत की सिलिकन सिटी यानी बैंगलोर दूसरे पायदान पर आता है। यहां 10 किलोमीटर की दूरी तय करने में आपको औसतन 29 मिनट और 10 सेंकंड का समय लगेगा। इसके अलावा ट्रैफिक में सबसे ज्यादा समय बर्बाद करने के मामले में भी बैंगलोर चौथे पायदान पर आता है, जबकि सबसे ज्यादा कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ने के मामले में भी बैंगलोर दुनिया का 5वां शहर है। यहां रोजाना 6 मील चलने वाली एक पेट्रोल कार सालाना 974 किलोग्राम सीओ2 निकालती है। महाराष्ट्र का पुणे शहर भी सुस्त शहरों की लिस्ट में टॉप 10 में शामिल है। पुणे इस लिस्ट में 6वें पायदान पर है। पुणे शहर में आपको 10 किलोमीटर की दूरी तय करने में औसतन 27 मिनट 20 सेकंड का समय लगाता है।
दिल्ली सुस्त ट्रैफिक के मामले में 34वें पायदान पर आती है। यहां आपको 10 किलोमीटर की दूरी तय करने में औसतन 22 मिनट 10 सेकंड का समय लगता है। रश ऑवर में आपके कार की स्पीड गिरकर 24 किलोमीटर प्रति घंटा रह जाती है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई सुस्त शहरों की इस सूची में आश्चर्यजनक रूप से 47वें पायदान पर है, जहां दिल्ली से भी कम ट्रैफिक दिखता है। इस शहर में आपको 10 किलोमीटर की दूरी तय करने में औसतन 21 मिनट और 10 सेकंड का समय लगता है।
सूची में पहले पायदान पर लंदन है, जहां ट्रैफिक का सबसे बुरा हाल रहता है। सपनों के शहर में आपको 10 किलोमीटर की दूरी तय करने में 36 मिनट और 20 सेकंड का औसतन समय लगाता है। हालांकि, पिछले साल के मुकाबले यहां सुधार आया है और अब 1 मिनट 50 सेकंड कम समय लगता है। अगर टॉप 10 की बात की जाए, तब तीसरे नंबर पर आयरलैंड का डबलिन, चौथे पर जापान का सपोरो, पांचवें पर इटली का मिलान, 7वें पर रोमानिया का बुखारेस्ट, 8वें पर पेरू का लीमा, 9वें पर फिलीपींस का मनीला और 10वें पर कोलंबिया का बोगोता शहर आता है।