कोरोना ने दुनिया भर में लोगों की लाइफस्टाइल को बदल दिया है. कई जगहों पर जिम, फिटनेस सेंटर, स्वीमिंग पूल, स्पोर्ट्स ग्राउंड बंद होने से लोगों के सामने फिट रहने की चुनौती और बढ़ गई है. ऐसे में दुनिया के सबसे पुराने स्पोर्ट्स और एक्सरसाइज यानी रनिंग और जॉगिंग की ओर देखा जा सकता है. बिना स्पेशल एक्विपमेंट वाले इस खेल या एक्सरसाइज के जरिये आप अपनी फिटनेस को बरकरार रख सकते हैं. हालांकि, इस मौसम में रनिंग करने के लिए आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना होगा.
भारत में जुलाई-अगस्त का महीना मॉनसून का होता है. इस समय देश के अधिकांश हिस्सों में बारिश हो रही है. ऐसे मौसम में हवा में नमी की मात्रा काफी ज्यादा रहती है और रनिंग के दौरान शरीर से काफी पसीना निकलता है. इसके चलते कई बार पूरे दिन डिहाइड्रेशन की वजह से सिर दर्द भी रह सकता है. बावजूद इसके बारिश के मौसम में दौड़ने को अच्छा माना जाता है. बस इसके लिए कुछ तैयारियां करनी जरूरी हैं.
अलर्ट रहें-विजिबल रहें
अगर आप फुहारों के बीच सड़क पर दौड़ रहे हैं तो आपका विजिबल होना बहुत जरूरी है. बारिश में बाइक से लेकर कार और ट्रक तक सभी वाहन चालकों की विजिबिलिटी कम हो जाती है. इसलिए सेफ रहने के लिए ब्राइट और लाइट कलर के कपड़े पहनने जरूरी हैं. बारिश में रनिंग के दौरान कदम छोटे-छोटे रखें. याद रखें कि रास्ते में फिसलन हो सकती है, पत्थर और टहनियां पड़ी हो सकती हैं. इसलिए आपको अपने स्टेप्स पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होगी.
सबसे जरूरी चीज है कैप
विजिबिलिटी साफ मौसम के मुकाबले कम हो जाती है. इसलिए इस मौसम में रनिंग के लिए सबसे जरूरी चीज है कैप (धूप से बचाने वाली जैसी क्रिकेटर्स पहनते हैं). यह कैप आपकी आंखों को पानी से बचाएगी. इससे आपको बार-बार अपने चेहरे से पानी पोछने की जरूरत नहीं पड़ेगी. अगर आप नजर का चश्मा पहनकर दौड़ते हैं तो भी कैप आपके लिए जरूरी है, क्योंकि बारिश की बूंदें अगर लगातार चश्मे पर आती रहीं तो भी विजिबिलिटी कम हो जाती है.
साथ रखें वैसलीन या जेल
अगर आप लंबी दूरी के धावक हैं तो आपके पास बारिश के मौसम में वैसलीन या क्रीम होनी जरूरी है. रनिंग में बारिश या पसीने से भी रगड़ खाने वाले बॉडी पार्ट्स जैसे- अंडरआर्म, इनर थाई, स्पोर्ट्स ब्रा लाइन (महिलाएं) और निपल्स (पुरुष) पर कपड़े की रगड़ लगती है. यह इस मौसम में होने वाली खास परेशानी है, जो आपको कुछ दिनों के लिए रनिंग से दूर कर सकती है. इससे बचने के लिए आप शरीर के इन हिस्सों पर वैसलीन लगा लें.
टी-शर्ट्स और जुराब
बारिश में रनिंग के दौरान आपको कॉटन की टी-शर्ट्स और जुराब पहनने से बचना चाहिए. ये पानी में स्पंज की तरह काम करते हैं और पानी सोखकर भारी हो जाते हैं. साथ ही ऐसे कपड़े आपकी स्किन से भी चिपक जाते हैं. इस मौसम में आपको सिंथेटिक फाइबर पहनना चाहिए. इसके अलावा आपको कोशिश करनी चाहिए कि बारिश में आप सही फिटिंग के कपड़े कैरी करें. लार्ज साइज टी शर्ट और शॉर्ट्स भीगकर स्किन से चिपकने लगते हैं. आप एक जोड़ी एक्स्ट्रा जुराब भी अपने साथ रख सकते हैं. जुराब गीली हो गई हैं तो बदलने में आपको समय जरूर अतिरिक्त लगेगा पर इससे आप पैरों के छालों (Blisters) से बच जाएंगे.
वॉटरप्रूफ या वॉटर रेजिस्टैंट?
बारिश में रनिंग के लिए खास कपड़े भी आते हैं, पर याद रखें कोई भी कपड़े आपको भीगने से पूरी तरह नहीं बचा पाएंगे. कई लोग बारिश में टीशर्ट के बाहर वॉटर रेजिस्टैंट रनिंग जैकेट पहनते हैं. अगर आप भी इसे पहनना चाहते हैं तो ध्यान रहे कि यह ब्रीदेबल हो. अगर आपकी जैकेट वॉटरप्रूफ होगी या ब्रीदेबल नहीं होगी तो वह आपको बारिश से तो बचा लेगी लेकिन अंदर से आप पसीने से तरबतर हो जाएंगे. ब्रीदेबल न होने की वजह से आपके शरीर का टेंपरेचर तो बढ़ता जाएगा लेकिन पसीना नहीं सूखेगा और आप पूरे समय चिपचिपा महसूस करेंगे.
जूतों की ऐसे करें देखभाल
बारिश में आप अपने फेवरेट शूज पहनकर बाहर न निकलें. इस मौसम में एक दिन में जूते सूखेंगे नहीं और आप उन्हें अगले दिन नहीं पहन सकेंगे. संभव हो तो बारिश वाले दिन पुराने शूज ही कैरी करें. जूते गीले होने के बाद दोबारा इस्तेमाल करने से पहले उन्हें अच्छे से सुखाना जरूरी है. ऐसा न करने पर उनकी लाइफ कम हो जाएगी. जूते सुखाने के लिए उनके अंदर अखबार या दूसरा कोई हल्का पेपर भर दें. यह अतिरिक्त पानी सोख लेगा. इसके बाद जूतों को धूप में रख दें. जूतों को सुखाने के लिए हीटर या क्लोथ ड्रायर के सामने न रखें. इससे उनका शेप खराब हो सकता है. बारिश में रनिंग के लिए वॉटरप्रूफ जूते भी आते हैं जिनमें ब्रीदेबल वॉटरप्रूफ मेंबरेन होती है. यह तकनीक पानी को बाहर रखने और पसीने को सुखाने का काम करते हैं.
ई-गैजेट्स का ध्यान जरूरी
आजकल अधिकांश स्पोर्ट्स और स्मार्ट वॉचेज वॉटरफूफ आती हैं. मोबाइल फोन और आईपॉड को पानी से बचाने के लिए आपके पास एक वॉटरप्रूफ बैग होना चाहिए, जिसमें एक सूखा रुमाल या छोटा तौलिया हो. ताकि अगर कोई गैजेट भीग जाए तो उसे पोछा जा सके. आजकल कई स्मार्टफोन कंपनियां स्पलैशप्रूफ या वॉटर रेजिस्टैंट फोन का दावा करती हैं. ऐसे फोन पानी में गिरने पर तुरंत उठाने या बारिश की कुछ बूंदों से तो बचा सकता है, पर बारिश में जेब में फोन रखने से फोन के खराब होने का खतरा है. हो सके तो उन गैजेट को आप घर पर छोड़ सकते हैं जिनके पानी से खराब होने का खतरा है.
अगर बाहर ठंड हो तो?
बारिश में रनिंग के दौरान ट्रैशबैग या गारबैज बैग को नीचे की ओर से (सिर निकालने के लिए) और दो कोनों से (हाथ निकालने के लिए) काटकर पहनने का चलन है. यह तब काम आता है जब आपको पानी से बचना हो और बाहर ठंड ज्यादा हो. वॉर्म्ड अप होने के बाद आप इसे दौड़ते हुए उतार या फाड़ भी सकते हैं. लेकिन ध्यान रहे कि अगर आप इसे सड़क पर फेंक देंगे तो यह दूसरे रनर्स के फिसलने की वजह न बन जाए या फिर आप कूड़ा न फैला रहे हों. साथ ही, रेस पूरी होने के बाद गीले कपड़े जल्दी बदल लें. हो सकता है कि रनिंग खत्म करने के बाद आप गर्माहट महसूस करें, पर गीले कपड़ों की वजह से आपको जल्द ही ठंड लग सकती है. खासतौर पर अगर आप ऊंचे इलाकों में रहते हैं और वहां बारिश के साथ ठंड बढ़ जाती है आपको इस पर ध्यान देने की जरूरत है वरना थोड़ी ही देर में आप हाइपोथर्मिया (सामान्य भाषा में समझें तो शरीर का तापमान कम होते जाना) के शिकार हो सकते हैं.
बारिश में रनिंग के फायदे
दुनिया भर में कई रनर्स बारिश में दौड़ना पसंद करते हैं. बता दें कि तापमान का एक-दो डिग्री सेल्सियस बढ़ना आपके रनिंग टाइम को भी बढ़ा देता है. अगर आप पर्सनल रिकॉर्ड को बेहतर करने या किसी रेस में हिस्सा लेने के लिए रनिंग करते हैं तो बारिश में आपको तेज स्पीड मिल सकती है. बारिश में दौड़ना आपके स्ट्रेस लेवल को भी कम करने में मददगार होता है. यही नहीं, जब बारिश से आपका शरीर ठंडा होता है तो जिस अनुपात में शरीर मेहनत कर रहा होता है, उस अनुपात में गर्म होने के लिए उसे ज्यादा मेहनत करनी होती है. इस दौरान शरीर में फैट ज्यादा बर्न होता है.
कब न दौड़ें?
अगर आपके इलाके में बारिश के बाद तापमान काफी नीचे गिर जाता है तो इस दौरान आपको घर पर ही रहना चाहिए. अगर बारिश काफी तेज हो रही है या बाहर तेज हवा के साथ बारिश और तूफान जैसे हालात हैं तो ऐसे में घर से निकलना ठीक नहीं. तेज बारिश में तूफान के साथ बिजली गिरने की घटनाएं भी आम होती हैं. इसलिए ऐसे मौसम में बाहर निकलने का खतरा मोल न लें. ऐसे मौसम में मेन रोड पर रनिंग से भी बचना चाहिए.