रेल मंत्रालय के बड़े अधिकारी की पत्नी व बेटे की लखनऊ में हत्या, बेटी कातिल

लखनऊ। रेल मंत्रालय में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर आरडी बाजपेई की नाबालिग बेटी ने अपनी मां और भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना राजधानी के सबसे पॉश इलाके में शनिवार दोपहर की है। आरडी बाजपेई परिवार यहां विवेकानंद मार्ग स्थित सरकारी आवास में रहता था। पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय के मुताबिक रेलवे अधिकारी की बेटी अवसाद में थी, जिसके कारण उसने मां व भाई की हत्या कर दी। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। राजधानी के सबसे पॉश इलाके में शनिवार को डबल मर्डर की घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। आरडी बाजपेई दिल्ली में इन्फॉर्मेशन एंड पब्लिकेशन में तैनात हैं। वहीं आरडी बाजपेई की पत्नी मालिनी, बेटा सर्वदत्त और बेटी विक्रमादित्य मार्ग स्थित सरकारी आवास में रहते हैं। सरकारी आवास में शनिवार को पत्नी, बेटी व बेटा मौजूद थे। शनिवार को दिन में करीब साढ़े तीन बजे डायल 112 पर पुलिस को डबल मर्डर की सूचना मिली। इसके बाद डीजीपी एचसी अवस्थी और पुलिस आयुक्त घटना स्थल पर पहुंचे। डीजीपी ने मौके का मुआयना किया और पुलिस आयुक्त से पूरी घटना की जानकारी ली। उधर, रेलवे के कई बड़े अधिकारी भी वहां पहुंच गए।

मामा को बोला, मम्मी और भैया उठ नहीं रहे
घटना की जानकारी आरडी बाजपेई की बेटी ने सबसे पहले अपने मामा को फोन कर दी थी। हालांकि उसने उनसे यही कहा था कि मम्मी और भैया उठ नहीं रहे हैं। इसके बाद वह रोने लगी थी। गोमतीनगर में रहने वाली आरडी बाजपेई की सास व अन्य परिवार के सदस्य विवेकानंद मार्ग स्थित आवास पर पहुँचे तो भीतर का नजारा देखकर सन्न रह गए। मालिनी और सर्वदत्त कमरे में मृत पड़े थे।

करती रही गुमराह, ब्लेड से काटा अपना हाथ
पूछताछ में किशोरी शुरुआत में पुलिस को गुमराह करती रही। उसने गोली चलने की आवाज सुनने से भी इंकार कर दिया। उसने पुलिस को बताया कि शनिवार दोपहर करीब तीन बजे उसने मां व भाई को आवाज लगाई, लेकिन दोनों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके बाद वह अपने कमरे से बाहर आकर मां के पास गई तो देखा कि उनका भाई भी पड़ोस में लेटा हुआ है। दोनों को उसने जगाया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। पास जाकर देखा तो माँ व भाई लहूलुहान पड़े थे। इसके बाद उसने मामा को फोन किया।

जन्मदिन की चल रही थी तैयारी
आरडी बाजपेई का शनिवार को जन्मदिन था। परिवारजन उनसे दूर लखनऊ में थे। इसलिए वीडियो कांफ्रेंसिंग कर उनका जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रहे थे। घर में काम करने वाली नौकरानी ने पुलिस को बताया कि शनिवार दोपहर में वह खाना बनाने आई थी। इस दौरान सभी लोगों को खाना खिलाकर वह अन्य काम करने लगी। इसके बाद मालिनी मैडम ने उसे वापस बुला लेने की बात कहकर भेज दिया। दो घंटे बाद उसे पता चला कि मालिनी व सर्वदीप की हत्या हो गई है।

पहले भी खुद को पहुंंचाई थी चोट
छानबीन सामने आया है कि किशोरी ने पहले भी खुद को चोट पहुंचाई थी। किशोरी के हाथ पर चोट के पुराने निशान है यही नहीं शनिवार को भी उसने ब्लड से खुद के हाथ पर चोट पहुंचाई थी और उसे छिपाने के लिए बैंडेज बंधा था। पुलिस ने घटना करने की बात कबूल कर ली। पुलिस ने छानबीन की तो टमाटर की चटनी से बाथरूम के शीशे पर डिस्क्वालिफाईड ह्यूमन लिखा मिला। किशोरी ने यह लिखने के बाद शीशे पर भी फायरिंग की थी। पुलिस आयुक्त का कहना है कि .22 बोर का असलहा बरामद कर लिया गया है। किशोरी ने इसी से मां व भाई को गोली मारी थी। पूछताछ में उसने बताया कि असलहे में उसने पांच गोलियां लोड की थी, जिसमें तीन उसने चलाए थे।

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