नई दिल्ली । दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली विश्वविद्यालय डीयू को कहा है कि जो छात्र विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने जाना चाहते हैं अधिकारी उनकी मदद करें। उन छात्रों का जल्द परीक्षा परिणाम जारी किया जाए, ताकि उन छात्रों को विदेश के विश्वविद्यालयों में दाखिला मिल सके। डीयू की तरफ से पेश वकील ने उच्च न्यायालय को बताया कि अब तक उन्हें परास्नातक कोर्स के लिए विदेश जाने वाले आठ छात्रों के आवेदन मिले हैं जबकि स्नातक में दाखिले के लिए 180 छात्रों की तरफ से पत्र लिखा गया है। न्यायमूर्ति हीमा कोहली एवं न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद की पीठ ने डीयू को इस मामले में निर्णय लेने के लिए समय दिया और मामले को अगली सुनवाई के लिए 14 सितंबर तक के लिए स्थगित कर दिया है। वकील ने कहा कि डीयू इन छात्रों की समस्या के जल्द समाधान के लिए हर संभव कोशिश करेगा। डीयू की तरफ से यह भी कहा गया कि इन आग्रह पत्रों के आधार पर गोपनीय परिणाम को जल्द सामने लाने की तैयारी की जा रही है। इस पर पीठ ने कहा कि औसतन आधार पर ग्रेड पांइट के आधार पर परिणाम घोषित कर दिए जाएं। ताकि इन छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में दिक्कत ना हो। डीयू ने भ्ज्ञी उच्च न्यायालय केे इस आदेश पर सहमति देते हुए कहा कि जल्द ही वह इसकी व्यवस्था कर रहे हैं। वह नहीं चाहते कि छात्रों को दाखिला लेने में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना करना पड़े। हालांकि उच्च न्यायालय ने डीयू को कहा कि 14 तारीख को वह इस बाबत विस्तृत रिपोर्ट पेश करें।