कंगना रनौत विवाद के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि फिलहाल उनका फोकस कोरोना पर है. साथ ही उद्धव ठाकरे ने ये भी कहा कि महाराष्ट्र को बदनाम करने की कोशिश हो रही है. सही समय पर मैं इस पर बोलूंगा. उद्धव ने ये भी कहा कि मेरी खोमोशी को कमजोरी न समझें.
कोरोना की गंभीर स्थिति का जिक्र करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि 15 सितंबर से हम एक हेल्थ चेकअप मिशन लॉन्च करने जा रहे हैं. मेडिकल टीम हर घर जाकर स्वास्थ्य की जानकारी लेंगी.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि कुछ लोग सोच सकते हैं कि कोरोना खत्म हो गया है और उन्होंने राजनीति करना शुरू कर दिया है. जबकि मैं महाराष्ट्र को बदनाम करने के लिए चल रही राजनीति पर कुछ नहीं कहना चाहता. सही समय पर मैं इसके बारे में बोलूंगा, इसके लिए मुझे सीएम के प्रोटोकॉल को कुछ समय के लिए अलग रखना होगा. अभी के लिए मेरा ध्यान कोरोना पर है.
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम उम्मीद और प्रार्थना कर रहे हैं कि वैक्सीन दिसंबर, जनवरी तक उपलब्ध हो जाए. हम राज्य में 15 सितंबर से प्रत्येक घर में स्वास्थ्य जांच शुरू करेंगे. स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ करने के लिए टीमें हर घर का दौरा करेंगी. हम ऑक्सीजन की कमी को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि अतीत में कई तूफान आए हैं, इसमें राजनीतिक उठा पटक भी शामिल हैं. लेकिन मैं राजनीतिक तूफानों को संभालने में सक्षम हूं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने 29.5 लाख किसानों के कर्ज माफ किए हैं. हमने इस वर्ष रिकॉर्ड कपास की खरीद की है. हमने राज्य भर में 3.60 लाख बेड बढ़ाए हैं.
मराठा आरक्षण देने की पूरी कोशिश
सीएम ने कहा कि हमने कोरोना से लड़ने के लिए ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ नाम से एक अभियान शुरू कर रहे हैं. उद्धव ठाकरे ने यह बात भी कही कि मेरी पूरी कोशिश है कि मराठा आरक्षण मिले. हमने इसे लेकर विपक्ष से भी बात की है. मराठा आरक्षण देने की मेरी पूरी कोशिश है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा रखी है. लेकिन हम पूरी कोशिश करेंगे कि आपको पूरा न्याय मिले. आंदोलन न करें. गलतफहमी न फैलाएं. मराठा आरक्षण मामले में न्याय मिले, सरकार की पूरी कोशिश है.