ईरान के अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर बुधवार को किए गए मिसाइल हमले के बाद दोनों देशों में युद्ध का खतरा और गहरा गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले के बाद सैन्य अधिकारियों से जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सब ठीक है। हम कल सुबह बड़ा फैसला करेंगे। माना जा रहा है कि अमेरिका जवाबी कार्रवाई के तहत बड़ा कदम उठा सकता है।ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि ऑल इज वेल (सब ठीक है), हम हताहतों की संख्या और संपत्ति के नुकसान का आकलन कर रहे हैं। हमारे पास दुनिया की सबसे मजबूत सेना है। मैं कल सुबह इस विषय पर बयान दूंगा।
ईरानी विदेशमंत्री बोले- आत्मरक्षा के लिए हमला किया
ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने कहा कि हमने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत आत्मरक्षा के अधिकार के तहत कदम उठाया है। जिसमें हमारे नागरिकों और वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कायरतापूर्ण सशस्त्र हमला किया गया। हम युद्ध की संभावनाओं को नहीं बढ़ा रहे हैं। लेकिन, हम किसी भी आक्रमण के खिलाफ खुद का बचाव करेंगे।
इस्राइल और सऊदी अरब हाई अलर्ट पर
इस हमले के बाद से इस्राइल और सऊदी अरब अलर्ट पर हैं। ईरान ने इस्राइल के हाइफा शहर और सऊदी अरब पर भी हमले की चेतावनी दी है। इसके बाद से ही दोनों देशों की सेनाएं हाई अलर्ट पर हैं। उधर इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी सैन्य कमांडरों की बैठक बुलाई है। जिसमें सुरक्षा संबंधी चिंताओं पर विचार किया जाएगा।
ट्रंप ने सुलेमानी को बताया राक्षस
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सुलेमानी को राक्षस करार दिया। उन्होंने कहा कि उसे सब राक्षस बुलाते थे, वह एक राक्षस था, अब वह राक्षस नहीं रहा, वह मर गया। उन्होंने आगे कहा, ‘वह हम पर और दूसरे देशों पर एक बड़े और घातक हमले की योजना बना रहा था। हमने उसे रोक दिया।’