नई दिल्ली, केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के संस्थापक राम विलास पासवान का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार रात निधन हो गया। 74 वर्षीय पासवान ने दिल्ली के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। रामविलास पासवान के निधन की पुष्टि उनके बेटे और एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ”पापा….अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं। मिस यू पापा।” आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से वह दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थे। अभी कुछ दिनों पहले ही उनके दिल का ऑपरेशन भी हुआ था। राम विलास पासवान पांच दशक से अधिक समय से सक्रिय राजनीति में थे और देश के जाने-माने दलित नेताओं में से एक थे। पासवान उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्री थे।
गृह मंत्रालय ने कहा है कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन पर शोक स्वरूप शुक्रवार को दिल्ली समेत सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानी में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। उनके अंतिम संस्कार के दिन भी ध्वज झुका रहेगा।
रामविलास पासवान का दाह संस्कार शनिवार को पटना के दीघा घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। बिहार की नीतीश सरकार ने निर्णय लिया है कि उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर आज दोपहर में दिल्ली से पटना लाया जाएगा। उनका पार्थिव शरीर पार्टी प्रदेश कार्यालय में भी रखा जाएगा, जहां उनके समर्थक और उन्हें चाहने वाले उनका अंतिम दर्शन करेंगे। पार्टी नेता राजेंद्र विश्वकर्मा ने इसकी जानकारी दी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक व्यक्त करते हुए लिखा, ”केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन से देश ने एक दूरदर्शी नेता खो दिया है। उनकी गणना सर्वाधिक सक्रिय तथा सबसे लंबे समय तक जनसेवा करने वाले सांसदों में की जाती है। वे वंचित वर्गों की आवाज़ मुखर करने वाले तथा हाशिए के लोगों के लिए सतत संघर्षरत रहने वाले जनसेवक थे।” एक अन्य ट्वीट में राष्ट्रपति ने कहा, ”आपातकाल विरोधी आंदोलन के दौरान जयप्रकाश नारायण जैसे दिग्गजों से लोकसेवा की सीख लेनेवाले पासवान जी फायरब्रांड समाजवादी के रूप मे उभरे। उनका जनता के साथ गहरा जुड़ाव था और वे जनहित के लिए सदा तत्पर रहे। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी गहन शोक-संवेदना।”
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राम विलास पासवान के निधन से मैंने अपना दोस्त और मजबूत सहयोगी खो दिया।