भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के तत्वावधान मे कोरिया कलेक्टर कार्यालय का किया गया घेराव

भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के तत्वावधान मे कोरिया कलेक्टर कार्यालय का किया गया घेराव

लोकतंत्र के चौथे स्तंभ “पत्रकार”को झूठे मुकदमे में फसाने की प्रशासन ने की कोशिश

मनमानी तरीके से पत्रकार अजीत पाटकर को पुलिस द्वारा आधी रात को किया गया गिरफ्तार एवं भेजा गया जेल

अपर कलेक्टर के आश्वासन पर पत्रकारों ने खत्म किया धरना-प्रदर्शन, सोमवार को दिनांक 05.02.24 को मिलेगी जमानत

जमानत नहीं मिलने पर भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ का चक्का जाम एवं धरना-प्रदर्शन की चेतावनी

शहबाज़ आलम

 

बैकुंठपुर/कोरिया। पत्रकारों पर झूठी एफआईआर एवं झूठे मुकदमे दर्ज करा कर सच्चाई को दबाने का प्रयास कोई नया नहीं है। जैसा कि अमूमन देखने को मिलता रहता है कि पत्रकारों पर एक्का दुक्का एफआईआर एवं झूठी शिकायत के मामले थाने में दर्ज होते रहते है। या यूं कह लीजिए कि यह आज के दौर का नया फैशन बन गया है कि पत्रकार पर झूठी एफआईआर दर्ज कराकर पत्रकारों का शोषण किया जाए। छत्तीसगढ़ में पत्रकारों पर दर्ज होते झूठे मुकदमे कम होने का नाम नहीं ले रहे, अभी ताजा मामला सामने आया है। दरअसल यह पूरा मामला कोरिया जिले से संबंधित है जहा पर कोरिया जिले में पत्रकार अजीत पाटकर जो तकरीबन 15-20 वर्षो से प्रकाशन के माध्यम से जनहित कार्यों व भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते आ रहे हैं। पत्रकार अजीत पाटकर को प्रशासन के द्वारा निर्देशित करके रात्रि के करीब 10:00 बजे बैकुंठपुर बस स्टैंड से शराब का हवाला देकर थाने में बैठा लिया गया आबकारी एक्ट 36 (च)1 तथा धारा 151 के तहत झूठी कार्यवाही कर जेल भेज दिया गया। मामले के अनुसार पत्रकार अजीत पाटकर के परिजनों को पुलिस के द्वारा सूचित नहीं किया गया तथा मनमानी तरीके से अंदर कर दिया गया है। चुकी फर्स्ट इन्फोर्मेशन रिपोर्ट (एफआईआर) के अनुसार लिखित शिकायत अमित पाटकर के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किया गया। परंतु अमित पाटकर के स्थान पर अजीत पाटकर को जेल भेजा दिया गया ।

एसडीएम कार्यालय के बाबू मानसाय ने जमानतनामा लेने से किया मना
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हम आपको बता दें कि इस पूरे मामले में जब एसडीएम कार्यालय में जमानत नाम प्रस्तुत किया गया तो एसडीएम कार्यालय के बाबू के द्वारा साफ तौर पर इंकार कर दिया गया कि एसडीएम मैडम अंकित शोम जब तक हमें निर्देशित नहीं करती हैं तब तक हम जमानत नाम नहीं लेंगे।

झूठी शिकायत को लेकर भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के जिला अध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया एवं प्रशासन के द्वारा आश्वासन दिया गया है कि पत्रकार अजीत पाटकर को सोमवार दिनांक 05.02.24 को जमानत दे दी जाएगी। यदि उक्त दिनांक तक जमानत नहीं दिया गया तो दिनांक 6 फरवरी को पत्रकार महासंघ चक्का जाम व धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।

इस दौरान पीड़ित परिवार के बुजुर्ग माता-पिता के साथ सरगुजा संभाग के समस्त पत्रकार शामिल थे जिसमें मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष,प्रदेश सचिव, संभागीय अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष अंबिकापुर, सूरजपुर, कोरिया एवं एमसीबी जिला के जिला अध्यक्ष सहित सभी पत्रकार साथी मौजूद रहे।

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