रायपुर। ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार की पहल पर हस्तशिल्प विकास बोर्ड प्रशिक्षण के माध्यम से हस्तशिल्पकारों के हुनर को नया आयाम दिया जा रहा है। राज्य शासन की मंशा के अनुरूप हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा तुंबा और बांस शिल्प से जुड़े नए युवा शिल्पियों के हुनर को निखारने प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है।विभाग से मिली जानकारी के अनुसार तुंबा और बांस शिल्प प्रशिक्षण केंद्र उसरीबेड़ा एवं नारायणपाल में शिल्पियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड जगदलपुर के महाप्रबंधक ने बताया कि विगत 24 अगस्त से 23 नवंबर 2020 तक उसरीबेड़ा विकासखंड के लोहंडीगुड़ा में और बस्तर विकासखंड के ग्रामपंचायत नारायणपाल में 16 सितंबर से 15 दिसंबर तक तीन-तीन माह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन प्रशिक्षण केंद्रों में तुंबा और बांस शिल्प से जुड़े 20-20 नए युवा शिल्पियों को प्रशिक्षण के माध्यम से उनके हुनर को निखारा जा रहा है। इस प्रशिक्षण के दौरान प्रत्येक शिल्पी को प्रतिमाह 3000 रुपए की छात्रवृत्ति और कच्चा माल निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है तथा प्रशिक्षण उपरांत तुम्बा और बांस शिल्प के इन शिल्पियों को स्व-रोजगार से जोड़ा जाएगा।