रायपुर. युवाओं को रोजगार से जोड़ने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रदेश में संकल्प परियोजना संचालित की जा रही है। यह परियोजना विश्व बैंक की सहायता से छत्तीसगढ़ के साथ पूरे देश में संचालित हो रही है। संकल्प (द स्कील ऐक्वजिशन एण्ड नॉलेज अवेरनेस फोर लाईवलीहुड) परियोजना के बेहतर संचालन के लिए आज यहां कौशल विकास से जुड़े अधिकारियों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श और मार्गदर्शन के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के कौशल विकास की अतिरिक्त सचिव सुश्री संकल्प पाटनकर ने कल मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और इस कार्यशाला से जुडे़ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
भारत सरकार कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव सुश्री संकल्प पाटनकर और उनकी संकल्प परियोजना टीम द्वारा कार्यशाला में राज्य कौशल विकास प्राधिकरण एवं राज्य परियोजना लाईवलीहुड कॉलेज सोसायटी के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में प्रमुख सचिव कौशल विकास श्रीमती रेणु पिल्ले, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पुष्पेन्द्र मीणा और मध्यप्रदेश राज्य के कौशल विकास प्राधिकरण के उप मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अग्रवाल शामिल हुए।
कार्यशाला में संकल्प परियोजना को राज्य में क्रियान्वित करने के लिए बजट राशि के उपयोग, जिला स्तर पर वार्षिक कार्ययोजना, प्रशिक्षण की गुणवत्ता वृद्धि के उपाय, वंचित समूह यथा महिला, दिव्यांग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति की सहभागिता बढ़ाए जाने के संबंध में मार्गदर्शन दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विश्व बैंक की सहायता से संस्थागत अधोःसंरचना का सशक्तिकरण, प्रशिक्षण की गुणवत्ता में वृद्धि तथा कौशल विकास प्रशिक्षण के क्षेत्र में में वंचित समूह की सहभागिता बढ़ाने दिसम्बर 2017 में संकल्प परियोजना की शुरू की गई थी। इस योजना को पूरे देश में चलाने के लिए विश्व बैंक द्वारा 500 मिलियन डॉलर प्रदाय किया जा रहा है।