2023-24 में करीब 214 करोड़ का संपत्ति कर वसूल करने वाला नगर निगम अब बड़े बकायादारों से टैक्स वसूली के लिए सख्ती कर रहा

पिछले वित्तीय वर्ष यानी 2023-24 में करीब 214 करोड़ का संपत्ति कर वसूल करने वाला नगर निगम अब बड़े बकायादारों से टैक्स वसूली के लिए सख्ती कर रहा है।प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कई ऐसे बकायादार हैं जिन्होंने पिछले पांच से सात साल का संपत्ति कर अदा नहीं किया है। ऐसे लोगों से करीब 70 करोड़ की वसूली करनी है।

अब इन सभी के नाम का डिमांड नोट बनाकर उनके घरों और दुकानों में भेजा जा रहा है। डिमांड नोट पहुंचने के बाद भी जो संपत्ति कर अदा नहीं कर रहे हैं उनकी दुकानों को सील भी किया जा रहा है। केवल 2 दिन में 18 से ज्यादा दुकानें सील की जा चुकी हैं। इनके अलावा 90 हजार ऐसे लोग हैं जिन्होंने पिछले साल टैक्स अदा नहीं किया। इन सभी से 17 फीसदी तक सरचार्ज वसूला जाएगा।

निगम का संपत्ति कर नहीं देने वालों में पिछले वित्तीय साल के करीब 90 हजार लोग भी शामिल हैं। इन सभी ने निगम को प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान नहीं किया है। अब इन सभी लोगों पर 6 से 17 फीसदी तक का सरचार्ज लगाया जा रहा है। यानी अब ये संपत्ति कर का भुगतान करेंगे तो उन्हें कुल रकम का छह से 17 प्रतिशत बतौर जुर्माना देना होगा। निगम के अफसरों का कहना है कि पुराने बकायादार और पिछले वित्तीय साल के 90 हजार लोग संपत्तिकर का भुगतान करते तो निगम की टैक्स कलेक्शन 214 करोड़ से बढ़कर 370 करोड़ का हो जाता। ​यानी निगम का सीधे-सीधे इस साल 156 करोड़ का राजस्व नुकसान हुआ है।

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