- शुद्ध के लिए युद्ध अभियान
- स्टेट जीएसटी, खाद्य विभाग, बिजली विभाग, श्रम विभाग और ईओडब्ल्यू की संयुक्त कार्रवाई
भोपाल | मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार के द्वारा चलाया गया शुद्ध के लिए युद्ध अभियान अंतर्गत राजधानी मुख्यालय पर गोविंदपुरा में तीन गुटखा कंपनियों के कारखानों पर स्टेट जीएसटी, खाद्य विभाग, बिजली विभाग और ईओडब्ल्यू की संयुक्त कार्रवाई की गई। सूत्रों के मुताबिक शुरुआती जांच में मिलावट खोरों के कारखानों में 100 करोड से अधिक का मिलावटी स्टाक के साथ मौके पर गुटखा बनाने की मशीने भी जप्त की हैं। छापामार कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अरूण मिश्रा के नेतृत्व में की गई। बताया जा रहा है कि इस छापामार कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री ने अपनी हरी झंडी दी थी। उल्लेखनीय है कि गोविंदपुरा में मिलावटखोर गुटका कंपनी के नाम पर गुटखा का उत्पादन कर खुले बाजार में बिक्री करने की लंबे समय से शिकायतें प्राप्त हो रहीं थी। मिलने वाली शिकायतों पर ईओडब्ल्यू ने सभी प्रकार की गोपनीय जानकारी एक माह में एकत्र कर कर छापामार कार्रवाई की रणनीति तैयार की थी।
करोडों रूपए की कर चोरी
जानकारी के मुताबिक गुटखा कारखानों पर संयुक्त कार्रवाई के दौरान लगभग पांच सौ करोड रूपए की कर चोरी करने का मामला भी सामने आया है। कारखानों में जो मशीने गुटखा बनाने के लिए उपयोग में ली जा रहीं थी, उससे यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन मशीनों से कई ज्यादा गुना अधिक मिलावटी उत्पादन कारखानों में किया जा रहा था। वहीं दूसरी तरफ बिजली की चोरी करने का मामला सामने आया है। बिजली चोरी कर गुटखा कारखानों में दिन रात उत्पादन किए जाने की भी बात सामने आई है। अनुमान से अधिक उत्पादन करने का मामला सामने से यही अंदाज लगाया जा रहा है कि 400 से 500 करोड की कर चोरी पिछले कई सालों से राजनैतिक संरक्षण में की जा रही थी। सूत्र बताते है कि ईओडब्ल्यू के पास ई टेंडर, एमसीयू, सिंहस्थ जैसे मामलों पर भी पुख्ता आर्थिक अपराध से जुडे पुख्ता सबूत भी आ चुके हैं और जल्दी ही ऐसी मामलों पर भी कार्रवाई की गूंज जल्दी सुनाई देगी।
करवाया जा रहा था बालश्रम
टीम द्वारा की गई कार्यवाही में ये भी सामने आया कि गुटखा कारखानों में नवालिग बच्चों से बालश्रम अधिनियम के दुरूपयोग करके उनसे कारखानों में नियम बिरूद्ध कार्य करवाया जा रहा था। बालश्रम अधिनियम का दुरूपयोग करने का भी मामाल सामने आने पर श्रम विभाग ने मामला दर्ज कर सकता है।
ये हैं गुटका कंपनियां
छापामार कार्रवाई राजश्री गुटखा, कमला पसंद गुटखा, और ब्लैक लेबल गुटखा का उत्पादन कर चोरी, बिजली चोरी के साथ सरकार को विभिन्न करों की चोरी करते हुए कई सालों से किया जा रहा था। षुद्ध के लिए युद्ध अभियान की सफलता ने ऐसे माफियाओं के मंसूबों पर पानी फेरने का काम किया है। प्रदेश सरकार की इस अभियान के तहत की जा रही दिन प्रतिदिन कार्रवाईयां अपनी सफलता को प्राप्त करती दिखाई दे रहीं हैं।
विभिन्न चोरियों के साथ उत्पाद असली या नकली
गुटखा कारखानों पर छापामार कार्रवाई के दौरान इस बात का खुलाषा नहीं हो पाया है कि गुटखा का उत्पादन विभिन्न प्रकार की चोरी करते हुए जो किया जा रहा था वह वास्तव में असली गुटखा कंपनियों के द्वारा किया जा रहा था या फिर असली गुटखा कंपनी के नाम पर नकली गुटखा तैयार किया जा रहा था। लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलडवाड कर खुले बाजार में बिक्री किए जा रहे गुटखों पर अभी कई प्रकार की जांच की जाना है।