मुंबई । महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) अध्यक्ष राज ठाकरे से मुलाकात की बात से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि उनके साथ हाथ मिलाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है, क्योंकि हमारा वैचारिक आधार अलग-अलग है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री फड़नवीस ने कहा कि भाजपा और एमएनएस के बीच कोई वैचारिक मेल नहीं है। गुरुवार को उन्होंने मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा, मैं एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे से नहीं मिला और उनके साथ हाथ मिलाने की अभी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा भाजपा, एक राष्ट्रीय पार्टी के रूप में विभिन्न क्षेत्रीय संगठनों के साथ काम करने के पक्ष में है। हम भविष्य में इस पर विचार कर सकते हैं।
दरअसल गुरुवार को मीडिया के एक वर्ग में दावा किया गया था कि देवेंद्र फड़नवीस ने हाल ही में राज ठाकरे से मुलाकात की है। इस दौरान दोनों के बीच राज्य में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के गठबंधन वाली महा विकास अघाडी सरकार से मुकाबले के लिए एक संभावित समझौते पर चर्चा हुई है। दोनों नेताओं की मुलाकात की खबर आने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू हो गई थी। कयास लगाए जाने लगे थे कि शिवसेना से गठबंधन खत्म होने के बाद भाजपा एमएनएस से हाथ मिला सकती है। बता दें कि राज ठाकरे ने लोकसभा चुनाव 2019 और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 के दौरान भाजपा के खिलाफ जमकर प्रचार किया था। हालांकि विधानसभा चुनाव के नतीजों में एमएनएस का प्रदर्शन बहुत खराब रहा था और पार्टी को महज एक सीट पर जीत नसीब हुई थी।
विधानसभा भाजपा 105 सीटें हासिल कर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। जबकि उसकी तत्कालीन सहयोगी शिवसेना को 56 सीटें मिली थीं। मुख्यमंत्री पद और 50-50 फॉर्मूले के तहत सरकार गठन को लेकर शिवसेना की बीजेपी से ठन गई थी। इसके बाद शिवसेना ने भाजपा से अपना तीस साल पुराना गठबंधन खत्म कर एनसीपी और कांग्रेस के साथ हाथ मिला कर महा विकास अघाडी नाम से गठबंधन किया और राज्य में सरकार बना ली है।