बहुत ज्ञान देते हैं लोग…बस एक बार कह दीजिए कि आप अपना वजन घटाना चाहते हैं…कसम से झड़ी लग जाएगी सलाह और टिप्स की। ये खाइए, वो मत खाइए। इतना खाना काहिए, इस-इस वक्त खाए, वगैरह…वगैरह… क्योंकि वजन घटाने की बात पर सबका फोकस केवल और केवल खाने पर होता है। कोई यह नहीं बताता कि खाना बनाने के लिए किस तेल का इस्तेमाल करें ताकि आपका वजन बढ़ने की संभावना बहुत कम हो जाए…
जिस तेल में हम खाना बनाते हैं, उसका भी हमारे वेट को बढ़ाने, घटाने या मेंटेन रखने में बड़ा रोल होता है। जैसे सोयाबीन का तेल, मूंगफली का तेल , तिल का तेल या अलग-अलग तरह के रिफाइंड और घी। इन सभी की अलग-अलग प्रॉपर्टीज होती हैं और हमारे शरीर पर इनके असर भी अलग-अलग होते हैं। लेकिन अगर आप ऐसा खाना पकाना चाहते हैं, जो आपकी भूख मिटाने के साथ ही आपका वेट घटाने में भी मदद करे तो आपको ऑलिव ऑइल का चुनाव करना चाहिए।
कैसे वजन घटाता है ऑलिव ऑइल?
आपने अब तक यह तो पढ़ा होगा कि ऑलिव ऑइल स्किन और बालों के लिए बहुत अच्छा रहता है। लेकिन हम आपको बता रहे हैं कि ऑलिव ऑइल वेट लॉस में भी मददगार है। दरअसल हेल्थ एक्सपर्ट्स और डायटीशियन्स का मानना है कि जब हम हाई सैचुरेटेड डायट छोड़कर मोनो अनसैचुरेटेड डायट लेने लगते हैं तो हमारा वजन कुछ हद तक कंट्रोल करने में मदद मिलती है। फिर भले ही आप इस दौरान अपनी खाने में कैलरीज की मात्रा पहले जितनी ही बनाए रखें। इसलिए एक्सपर्ट्स के अनुसार ऑलिव ऑइल और देसी घी कुकिंग के लिए सबसे बेहतरीन ऑप्शन्स हैं।
देसी घी और ऑलिव ऑइल में हाई स्मोकिंग पॉइंट होता है। यानी वह स्तर पर जिस पर ये स्मोक जनरेट करते हैं इनकी यही खूबी इन्हें फूड फ्राइंग के लिए बेस्ट बनाती है। साथ ही कार्ब्स की जगह मोनो अनसैचुरेटेड फैट लेने का मतलब होता है कि आपके पेट को जल्दी भूख का अहसास नहीं होगा। क्योंकि कार्ब्स की तुलना में फैट को पचाने में अधिक वक्त लगता है। यानी आपको कैलरी तो पूरी मिलती रहेगी लेकिन आपका वेट कंट्रोल में बना रहेगा।तो आज से तय कर लीजिए कि खुद को और अपने परिवार को हेल्दी रखने के लिए आप देसी घी और ऑलिव ऑइल में बना खाना ही खाएंगे। अमेरिकन हार्ट असोसिएशन के अनुसार, एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल अधिक आंच पर खाना पकाने के लिए बेस्ट ऑइल है। हालांकि अनेक रिसर्च में यह बात भी साबित हो चुकी है कि तिल का तेल, सरसों तेल और सन फ्लॉवर ऑइल तीनों ही कुकिंग के लिए बेस्ट ऑइल्स में शामिल हैं। क्योंकि हमारा शरीर इन ऑइल्स को आसानी से पचा पाता है।