अमेरिकी राष्ट्रपति की कार द बीस्ट भले ही आगरा पहुंच गई है लेकिन डोनाल्ड ट्रंप के ताज दौरे पर संशय की स्थिति अब भी बरकरार है। ट्रंप 25 फरवरी को ताजमहल का दीदार करने आगरा जा सकते हैं लेकिन सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन उनके दौरे पर पानी फेर सकता है।दरअसल अमेरिकी सीक्रेट सर्विस यह चाहता है कि राष्ट्रपति ट्रंप ताजमहल के मुख्य द्वार तक अपनी कार द बीस्ट में जाएं। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार ईंधन से चलने वाली कोई भी कार या अन्य वाहन ताजमहल के 500 मीटर के दायरे में नहीं आ सकता।
वर्तमान में पर्यटक गोल्फ-कार्ट से ताजमहल के पूर्वी दरवाजे तक जाते हैं। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप के लिए भी भारत द्वारा गोल्फ कार्ट के इस्तेमाल की अनुमति दी गई है। हालांकि, सीक्रेट सर्विस सुरक्षा कारणों से गोल्फ कार्ट का उपयोग नहीं करना चाहता।
2015 में बराक ओबामा को भी रद्द करना पड़ा था दौरा
2015 में गणतंत्र दिवस पर अतिथि बने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी इसी कारण ताज का अपना दौरा रद्द करना पड़ा था। उस समय भी यूएस सीक्रेट सर्विस ने बैटरी से चलने वाली गाड़ी से ताजमहल तक जाने के विकल्प को सुरक्षा कारणों से मंजूरी नहीं दी थी।
त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रहेंगे डोनाल्ड ट्रंप
आगरा दौरे के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप तीन स्तर की सुरक्षा घेरे में रहेंगे। पहला सुरक्षा घेरा यूएस सीक्रेट सर्विस और दूसरे, तीसरे घेरे में भारत की एलीट कमांडो फोर्स होगी। आगरा पुलिस ने सुरक्षा का ब्लू प्रिंट अमेरिका के अफसरों के साथ साझा किया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एयर फोर्स वन विमान से आएंगे। उनके साथ दो और विमान आएंगे। इनमें अमेरिकी सुरक्षा के अधिकारी होंगे। ट्रंप के आने से पहले ही खेरिया से ताजमहल का पूरा रूट अमेरिका का बम डिस्पोजल स्क्वॉड स्कैन करेगा।
आगरा पहुंची ट्रंप की विशेष कार द बीस्ट
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कार ‘द बीस्ट’ विशेष विमान से आगरा पहुंच गई है। ट्रंप इसी कार से खेरिया एयरपोर्ट से ताज का दीदार करने के लिए जाएंगे। यह कार बम, केमिकल, न्यूक्लियर अटैक प्रूफ है। इस कार का हर हिस्सा खास है, जो जरूरत और समय के अनुसार अपनी भूमिका निभाता है। यह कार कम से कम 14 कारों के काफिले की बीचोंबीच चलती है। अमेरिकी अफसरों की गाड़ियां भी मालवाहक विमान से आगरा लाई गई हैं।