नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में सन 2012 में हुए निर्भया गैंगरेप मामले में मौत की सजा पाने वाले दोषियों में से एक पवन गुप्ता ने शनिवार को कोर्ट द्वारा नियुक्त अपने कानूनी सलाहकार रवि काजी से मिलने से इनकार कर दिया है। मौत के ताजा वारंट के बाद पवन गुप्ता के पास लंबित कानूनी उपायों का प्रयोग करने से संबंधित कोई बातचीत नहीं हो पाई है। निर्भया के चारों दोषियों के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट ने नया डेथ वारंट जारी कर दिया है। जिसके मुताबिक, अब चारों दोषियों पवन गुप्ता, विनय शर्मा, मुकेश सिंह, अक्षय कुमार सिंह को एक साथ 3 मार्च की सुबह 6 बजे तिहाड़ जेल में फांसी दी जाएगी। यह तीसरी बार है जब निर्भया के दोषियों का डेथ वारंट जारी किया गया है। इसके पहले दोषियों की फांसी के लिए 22 जनवरी और 1 फरवरी को डेथ वारंट जारी किया गया था। हालांकि, 3 मार्च को भी दोषियों को फांसी हो ही जाएगी? ऐसा यकीन से नहीं कहा जा सकता, क्योंकि दोषियों के वकील का दावा है कि अभी उनके पास कई कानूनी विकल्प बचे हैं।
पवन गुप्ता को भी कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। पवन दिल्ली में फल बेचता था। घटना की रात पवन भी बस में मौजूद था और दरिंदगी के साथ निर्भया के साथ रेप करने में शामिल था। सजा सुनाए जाने के बाद पवन ने जेल से ही अपनी पढ़ाई जारी रखी है। उसने जेल में रहते हुए ग्रेजुएशन की परीक्षा भी दी है।
अनिरुद्ध, ईएमएस, 22 फरवरी 2020