कवर्धा। महाशिव रात्रि का पर्व शुक्रवार को शहर सहित पूरे जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। छग के खजुराहो के नाम से प्रसिद्ध भोरमदेव मंदिर, पंचमुखी बूढा महादेव मंदिर, जलेश्वर महादेव डोंगरिया सहित सभी शिव मंदिरों में सुबह से ही घड़ी घंट और शंख के साथ पूजा शुरू हो गई और पूरे दिन भक्तों का तांता लगा रहा।
भगवान शिव और पार्वती के विवाह की वर्षगांठ के अवसर पर मनाए जाने वाले महाशिव रात्रि की पूजा अर्चना का क्रम देर रात्रि तक चलता रहा।
सतपुड़ा मैकल की मनोरम वादियों के बीच स्थापित भोरमदेव मंदिर में केवल पड़ोसी जिले से ही नहीं बल्कि छग के बाहर से भी श्रद्धालु पहुंचे और भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजा अर्चना की। इसके बाद अपने परिवारजनों व मित्रों के साथ तालाब में बोट और प्राकृतिक सौंदर्य का भी भरपूर आनंद लिया। मंदिर परिसर के बाहर ही पूजा सामग्री और खेल खिलौने के साथ खाने पीने की वस्तुओं की दुकानें लगी थी, जिससे यहां का वातारण मेला जैसा हो गया था। शहर के पंचमुखी बूढ़ामहादेव, क्षीरपानी काॅलोनी, कलेक्टर कालोनी, दर्रीपारा, झिरना, डोंगरिया सहित जिले भर के शिवालयों में माता पार्वती और भगवान शंकर की पूजा अर्चना के लिए आज सुबह से देर रात्रि तक भक्तों का तांता लगा रहा।