राजनांदगांव। कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य के मार्गदर्शन में जिले में संचालित मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत स्थापित ई-साक्षरता केन्द्र सदर बाजार संकुल में प्रशिक्षण प्राप्ति उपरांत ऑनलाइन बाह्य मूल्यांकन में सफल शिक्षार्थियों को प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि नगर निगम राजनांदगांव की महापौर श्रीमती हेमा देशमुख, पार्षद कुलबीर छाबड़ा , पार्षद श्रीमती मधु बैद, पार्षद महेश साहू, पार्षद गामेन्द्र नेताम, पार्षद गणेश पवार के कर कमलों द्वारा महात्मा गांधी एवं मां सरस्वती के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। आपके कर कमलों से ई साक्षरता प्रषिक्षण प्राप्त करने पश्चात प्रमाण पत्र प्रशिक्षार्थी महिलाओं को प्रदान किया गया।
जिला परियोजना अधिकारी श्रीमती रश्मि सिंह ने कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि संचार क्रांति के इस दौर में छत्तीसगढ़ को और अधिक डिजिटल साक्षर बनाने तथा उन्नत तकनीक के माध्यम से वर्तमान में दुनिया के साथ कदम ताल मिलाने के लिए शहरी क्षेत्रों में वंचित वर्ग तक ई साक्षरता को पहुचाने के लिए इस कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। इसमें प्रत्येक बैच में 25 से 30 शिक्षार्थियों को एक माह तक प्रतिदिन प्रशिक्षण दिया जाता है। जिसके तहत डिजिटल उपकरणों का उपयोग, वित्तीय, कानूनी, चुनावी साक्षरता सहित शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी एवं अन्य महत्वपूर्ण विषयों जैसे श्रेष्ठ पालकत्व, नागरिक कर्तव्य, आदि विषयों पर जागरूकता से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाता है। आपने बताया कि इसके लिए राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण, स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसायटी (चिप्स) नगरीय प्रशासन विकास विभाग के समन्वय से कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत जिले में 3 केन्द्र संचालित हैं।
केन्द्र की सफल शिक्षार्थी कविता डांगी, मेहरूननीसा, एवं रमा हरिहारनो ने प्रषिक्षण उपरांत मिले लाभ की जानकारी साझा की। आप लोगों ने बताया कि प्रशिक्षण पूर्व हममें झिझक व भय व्याप्त था। किन्तु निरंतर प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत हममें आत्मविश्वास बढ़ा है एवं हमारे द्वारा परिवार के व आसपड़ोस के अन्य महिलाओं को प्रशिक्षण लेने हेतु प्रेरित किया गया। प्रशिक्षण प्राप्त करना हमारे लिए सार्थक रहा।
महापौर श्रीमती हेमा देशमुख ने कहा कि गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने स्कूल शिक्षा विभाग , राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा यह कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। केन्द्र के शिक्षार्थियों को शासन की इस महती योजना में प्रशिक्षण प्राप्त कर ई साक्षर होने पर महिलाओं को बधाई दी। आपने कहा कि शिक्षार्थियों ने जो अनुभव साझा किये उससे निश्चित ही आत्म स्वावलंबन एवं डिजीटल प्रयोग की क्षमता का विकास हुआ है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पार्षद कुलबीर छाबड़ा ने कहा कि मैं पूर्व में भी सफल प्रशिक्षणार्थियो के सम्मान कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ हूं। आज महिलाओं के अनुभव सुनकर एवं उनसे कम्प्यूटर, मोबाईल से ऑनलाईन लेनदेन की प्रक्रिया स्वयं कर लेने व अन्य डिजिटल उपकरणों का चालन स्वस्फूर्त किया। यह देखकर बहुत प्रसन्नता हुई। आपके द्वारा शिक्षार्थियों को बधाई दी गई।
महावीर वार्ड के पार्षद श्रीमती मधु बैद ने अपने उदबोधन में कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी सहभागिता देती हैं। सभी क्षेत्र में महिलाएं आगे है। ई-साक्षरता केन्द्र में प्रशिक्षण प्राप्त करने पर आपके द्वारा शिक्षार्थियों को बधाई दी गई।
शासकीय प्राथमिक शाला एवं माध्यमिक शाला के बच्चों ने छत्तीसगढ़ का राज्य गीत अरपा पैरी के धार…. का गायन कर कार्यक्रम का प्रारंभ किया। प्रशिक्षणार्थी महिलाओं ने भी आकर्षक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन ई-साक्षरता केन्द्र के प्रभारी एवं माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक संतोष कुमार शर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन ई-एजुकेटर श्रीमती फलक फरजाना द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती भारती आर्य, विनोद रावना, सैयद मो. फारूख, मनीशा कोवर्ते, मनोज चौबे एवं अध्यनरत एवं सफल शिक्षार्थी, वार्ड के गणमान्य नागरिक प्राथमिक शाला एवं पूर्व माध्यमिक शाला के स्टाफ उपस्थित थे।