मुंबई। शेयर बाजार के लिए यह सप्ताह उथल-पुथल से भरपूर रह सकता है। कोरोना वायरस संक्रमण के शिकार लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। हालिया बिकवाली के चलते गिरावट के शिकार बाजारों पर फिर से चाबुक चल सकता है। निफ्टी पिछले हफ्ते 11,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे आ गया था। ऐसे में विशेषज्ञ सेंसेक्स में 3-4 फीसदी की गिरावट और आने का अनुमान लगा रहे हैं। बैंकिंग शेयरों खास तौर पर छोटे बैंकों के शेयरों पर दबाव रह सकता है। पिछले हफ्ते यस बैंक को राहत देने के बाद कुछ लेंडर्स पर स्ट्रेस को लेकर चिंता बढ़ सकती है। बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि वैश्विक बाजार कोरोना वायरस के संक्रमण से कैसे निपटता है। शुक्रवार को 900 अंक गिरने के बाद डाओ जोंस अमेरिका में जॉब्स की उम्मीद से बेहतर रिपोर्ट पर 256 अंक की कमजोरी के साथ बंद हुआ। शुक्रवार को भारतीय इंडेक्स में 2.3-2.6 फीसदी की तेज गिरावट आई थी और निफ्टी 10,989.45 पर बंद हुआ था। वोलैटिलिटी इंडेक्स 11.70फीसदी उछलकर 25.97 पर बंद हुआ जो ट्रेडर्स के हिसाब से नियर टर्म में बाजार में रिस्क बढ़ने का संकेत है। चीन कोरोना वायरस से निपटने की कवायद में पूरी तरह जुटा हुआ है। लेकिन यूरोप, एशिया और अमेरिका के कुछ हिस्सों में इसके बढ़ते संक्रमण से निवेशकों में घबराहट है। इसके चलते इंडिया जैसे इमर्जिंग मार्केट्स से निवेशकों का पलायन जारी है। एफआईआई ने शुक्रवार तक पिछले 11 सेशन में कुल 22,300 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं। दुनियाभर के केंद्रीय बैंक कोरोना वायरस के अटैक के चलते होने वाले नुकसान से निपटने की तैयारी में जुटे हैं।