भारत के ‘जैसे को तैसा’ जवाब से बैकफुट पर ब्रिटेन

नई दिल्ली. यूनाइटेड किंगडम (UK) से भारत आने वालों पर सख्त कोरोना नियम लागू करने के केंद्र सरकार के फैसले पर ब्रिटिश उच्चायोग (British High Commission) ने बयान दिया है. उच्चायोग ने कहा है कि हमलोग चाहते है कि यात्रा यथासंभव आसान हो. ब्रिटेन यात्रा के लिये खुला हुआ है और 2021 में अब तक 62500 लोगों को वीजा जारी हो चुका है.
आयोग ने कहा- यूनाइटेड किंगडम इस पॉलिसी के विस्तार के लिए चरणबद्ध तरीके से दुनियाभर की सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहा है. हम लोग भारत सरकार के साथ भी लगातार तकनीकी सहयोग पर बातचीत कर रहे हैं जिससे भारत में टीकाकरण करवाने वाले लोगों का सर्टिफिकेट यूके में मान्य हो.
दरअसल ब्रिटेन द्वारा कोविन सर्टिफिकेट को मान्यता न देने के मुद्दे पर भारत सरकार ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. अब ब्रिटेन से भारत आने वालों को भी वैसे ही नियमों से गुजरना होगा जैसे UK ने लगाए हैं. सूत्रों के मुताबिक देश में नए नियम 4 अक्टूबर से प्रभावी हो जाएंगे. ब्रिटेन भी अपने यहां नए नियमों को 4 अक्टूबर से ही लागू कर रहा है. सूत्रों से खबर मिली है कि नए नियमों के मुताबिक भारत आने से 72 घंटे पहले RT PCR टेस्ट कराना होगा. एयरपोर्ट पर आगमन पर भी कराना होगा टेस्ट. आगमन के आठवें दिन फिर RT PCR टेस्ट कराना होगा. भारत में आगमन से 10 दिनों तक क्वारंटीन रहना अनिवार्य होगा.

बीते सप्ताह कोविशील्ड को दी मान्यता लेकिन कोविन सर्टिफिकेट को नहीं
बीते सप्ताह भारत की तरफ से सवाल उठाए जाने के बाद ब्रिटेन ने ट्रैवल एडवाइजरी में बदलाव करते हुए कोविशील्ड को स्वीकार की गई वैक्सीन की सूची में शामिल कर लिया था. हालांकि, भारतीय यात्रियों के लिए ब्रिटेन यात्रा पर अड़चनें पूरी तरह खत्म नहीं हुईं. यात्रियों को ब्रिटेन पहुंचने के बाद कोविड की जांच करानी होगी और क्वारंटीन नियमों का भी पालन करना होगा. क्योंकि अभी तक देश ने CoWIN प्रमाण पत्र को मंजूरी नहीं दी है. इस मामले को लेकर दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही थी. भारत ने इसे भेदभावपूर्ण नीति करार दिया था.

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