लॉकडाउन का एक महीना पूरा, हालात में सुधार नहीं

नई दिल्ली। पिछले एक महीने से लॉकडाउन में सामान्य जनजीवन थम सा गया है। इससे लोगों को कुछ परेशानी तो हुई है, लेकिन राहत है कि इस दौरान सरकार नहीं रुकी। राज्यों के साथ मिलकर कोविड अस्पताल, लैब, वेंटिलेटर इत्यादि की व्यवस्थाओं में सरकारी मशीनरी जुटा रही। नतीजे में इन 30 दिन में दो गुना लैब तो चार गुना रफ्तार से कोरोना विशेष अस्पताल तैयार हो गए।

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक जनता कफ्र्यू के एक दिन बाद 23 मार्च तक 100 सरकारी व निजी प्रयोगशालाओं में संक्रमण की जांच चल रही थी। हर लैब में जांच करना संभव भी नहीं है। आरटी पीसीआर के जरिए एक सैंपल की जांच में दो-तीन घंटे लगते हैं और मशीन भी अलग आती है। बावजूद इसके 23 अप्रैल तक देश में 325 सरकारी व निजी लैब में कोरोना  जांच चल रही है। ठीक इसी तरह स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 23 मार्च को देश में 163 कोविड अस्पताल थे जिनमें 41,974 बिस्तरों की क्षमता थी लेकिन अब देश में 736 अस्पताल हैं जहां 1,94026 बिस्तरों की व्यवस्था कर दी गई है।

21 हजार से ज्यादा मरीज

हमारे यहां अभी 21700 संक्रमित मरीज हैं लेकिन सरकार ने करीब दो लाख बिस्तरों की व्यवस्था पहले ही कर ली है। देश में कोविड-19 अस्पतालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इनमें कुल 24,644 आईसीयू बेड भी तैयार है। पिछले एक महीने में आइसोलेशन बेड की संख्या 3.6 फीसदी बढ़ी है। पूरी दुनिया में मेडिकल सामग्री की कमी है। इसलिए सप्लाई चेन को तैयार किया जा रहा है।

23 राज्य के 78 जिले में 14 दिन से नहीं मिला मरीज

लॉकडाउन 2.0 के नौ दिन पूरे हो गए हैं। अब 10 दिन और घरों में रहना है ताकि कोरोना की लड़ाई जीत सके। 23 राज्यों के 78 जिलों से राहत की खबर मिली है। इनमें पिछले 14 दिन से कोई नया मरीज नहीं मिला है। जबकि 12 जिले ऐसे हैं जहां 28 दिन से कोई नया केस दर्ज नहीं हुआ। सरकार उम्मीद कर रही है कि आगे भी इन जिलों में कोई नया केस न मिले और बाकी जिलों में भी स्थिति सामान्य हो। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अभी तक चार ऐसे जिले थे जिनमें नया केस 28 दिन में नहीं मिला है। अब इन जिलों की संख्या बढ़कर 12 पहुंच चुकी है। दो दिन में बढ़े इन जिलों में चित्रदुर्ग (कर्नाटक), बिलासपुर (छत्तीसगढ़), इंफाल पश्चिम (मणिपुर), आइजोल वेस्ट (मिजोरम),भद्रादि कोठागुडेम (तेलंगाना), पीलीभीत (यूपी), एसबीएस नगर (पंजाब) और दक्षिण गोवा (गोवा) शामिल है।

शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *