देहरादून। वशिष्ट एवं व्यवहारिक वेदांत के घनी स्वामी रामतीर्थ की तपस्थली उत्तराखंड के टिहरी जनपद स्थित पट्टी ग्यारहगांव हिंदाव के विशोन पर्वत से 11 मई को तीर्थनगरी हरिद्वार के हरकी पैडी से आरंभ की जायेगी। यहां कचहरी रोड स्थित एक होटल में रथयात्रा के संयोजक व पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि यह रथ यात्रा उत्तराखंड के सभी 13 जनपदों में दस हजार पांच सौ किमी. की दूरी तक कर आगामी नौ जून को गंगा दशहरा पर्व पर विशोन पर्वत के नीलाछाड़ में अपने तय कार्यक्रमों के तहत विधि विधान से सम्पन्न होगी। उन्होंने कहा कि रथयात्रा के 23वें वर्ष के इस पडाव में यात्रा राज्य के विकास को गतिशील बनाने के लिए और विश्व शांति की कामना, हजार धाम चिन्हीकरण, पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन एवं बंजर भूमि को उपयोगी बनाने हेतु उद्यानीकरण व जड़ी बूटी प्रोत्साहन, संस्कृत भाषा का उन्नयन, पवित्र धामों से प्लास्टिक एवं पाॅलीथीन प्रतिबंध हेतु जन जागरण अभियान चलाना मुख्य उददेश्य है। उन्होंने कहा कि श्री विश्वनाथ जगदीशशिला डोली रथयात्रा 2022 में 30 दिवसीय उत्तराखंड की 23वीं देव दर्शन यात्रा 10 मई को विशोनन पर्वत से प्रस्थान 10 बजे प्रातः करेगी और सत्यनारायण रायवाला स्थित भक्त केदार सिंह लुठियागी के आवास पर रात्रि पड़ाव करेगी। उन्होंने कहा कि 11 मई को प्रातः 10 बजे हरकी पैड़ी से गंगा स्नान डोली द्वारा यात्रा का शुभारंभ किया जायेगा और साढे ग्यारह बजे पंचमुख हनुमान मंदिर, साढे़ बारह बजे गुप्तेश्वर महादेव, डेढ़ बजे शक्तिपीठ मां मंसा देवी, साढे तीन बजे दक्ष प्रजापति आश्रम कनखल, साढे चार बजे दरिद्र भंजन महादेवकनखल, साढे़ पांच बजे सांय तिलभांडेश्वर महादेव कनखल, साढे छह बजे गुरूद्वारा सतीघाट कनखल एवं साढे सात बजे रात्रि होटल हरी की पैडी भीमगौडा हरिद्वार में रात्रि विश्राम किया जायेगा और अगले दिन यात्रा अपने पड़ाव पर निकल जायेगी। इस अवसर पर अनेक भक्तजन शामिल रहे।